बेंगलुरु, 18 अगस्त (आईएएनएस)। कर्नाटक पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि 38 वर्षीय महिला के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि जब घटना सामने आई तो आरोपियों ने पुलिस के साथ शव ढूंढने में भी मदद की।
एक आरोपी ने तो घटना पर चिंता जताते हुए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से भी बात की थी।
यह घटना पिछले हफ्ते बेंगलुरु के बाहरी इलाके में जिगनी पुलिस स्टेशन की सीमा में हुई थी।
पुलिस के अनुसार, बयातरयानाडोड्डी निवासी 38 वर्षीय मुनिरत्ना के साथ पिछले हफ्ते बन्नेरघट्टा शहर के पास हक्कीपिक्की कॉलोनी के निकट आरोपियों ने बलात्कार किया और उसकी हत्या कर दी। आरोपी ने पीड़िता को रोका था, जो अपने बच्चे के साथ जा महिला को आरोपी खींचकर एक सुनसान जगह पर ले गए और बच्चे को झाड़ी में फेंक दिया व महिला के साथ सामूहिक बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी।
जब वह देर तक घर वापस नहीं लौटी, तो उसके परिवार ने उसकी तलाश की और पुलिस से संपर्क किया।
आरोपी खुद को भला इंसान बताते हुए पुलिस और स्थानीय लोगों के साथ तलाशी अभियान में शामिल हो गए। आरोपियों में से एक ने बच्चे को ढूंढ लिया और उसे झाड़ियों से बाहर लाया। बाद में महिला के शव को ढूंढ लिया गया।
एक आरोपी ने इस संबंध में मीडिया बाइट दी और घटना पर चिंता जताई। उन्होंने दावा किया कि वह अपने दोस्तों के साथ बच्चे को ट्रैक करने के लिए सर्च ऑपरेशन में शामिल हुए थे।
पुलिस ने मामले को सुलझाने के लिए चार टीमें गठित की थीं। पुलिस को हरीश के बयानों पर संदेह हुआ और उससे पूछताछ की गई। हरीश लगातार अपने बयान बदलता रहा और पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और पूछताछ की। पूछताछ के दौरान आरोपी ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
उसने खुलासा किया कि उसने अपने दो दोस्तों के साथ मिलकर नशे की हालत में अपराध किया है।
जब पुलिस बाकी दोनों को गिरफ्तार करने गई तो आरोपी सोमा उर्फ सोमशेखर ने भागने की कोशिश की और पुलिसकर्मियों पर खंजर से हमला कर दिया। पुलिस को उसके पैर में गोली मारनी पड़ी और बाद में उसे अस्पताल ले जाया गया।
--आईएएनएस
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