साइबर मंडे डील: 60% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

राहुल गांधी के एमएसपी की कानूनी गारंटी के वादे पर बोले कृषि मंत्री, 'जब सत्ता में थे तो क्यों नहीं किया लागू?'

प्रकाशित 14/02/2024, 11:59 pm
राहुल गांधी के एमएसपी की कानूनी गारंटी के वादे पर बोले कृषि मंत्री, 'जब सत्ता में थे तो क्यों नहीं किया लागू?'

नई दिल्ली, 14 फरवरी (आईएएनएस)। राहुल गांधी और कांग्रेस द्वारा एमएसपी को कानूनी गारंटी देने के वादे पर पलटवार करते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा ने सवाल पूछा है कि कांग्रेस लंबे समय तक देश की सत्ता में रही है और जब कांग्रेस सत्ता में थी तो उन्हें इसे लागू करने के लिए किसी ने मना नहीं किया था तो उनकी सरकार ने इसे लागू क्यों नहीं किया था ? मुंडा ने तो यहां तक कहा कि एमएसपी लागू करने की बजाय कांग्रेस सरकार (यूपीए सरकार) ने तो इसे (स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को) अस्वीकार तक कर दिया था, जबकि हमारी सरकार तो कह रही है कि हम रास्ता निकालने की कोशिश करेंगे। मुंडा ने आंदोलन कर रहे किसान संगठनों को भी दो टूक लहजे में यह बता दिया कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन उनकी मांगों पर राज्य सरकारों के साथ-साथ सभी स्टेक होल्डर्स के साथ विचार-विमर्श कर कोई रास्ता निकालना पड़ेगा और इसमें समय लगेगा।

दरअसल, तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों द्वारा वर्ष 2020-21 में चलाए गए पिछले आंदोलन से सबक लेते हुए सरकार और भाजपा इस बार आक्रामक अंदाज में पहले से ही पलटवार करने की अपनी रणनीति पर काम कर रही है ताकि कांग्रेस समेत किसी भी विरोधी राजनीतिक दल को इस बार माहौल बिगाड़ने का मौका न मिल सके।

इसी रणनीति पर चलते हुए एक तरफ जहां सरकार और भाजपा कांग्रेस पर पलटवार करते हुए उससे सवाल पूछ रही है, तो वहीं दूसरी तरफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों को भी सीधा और स्पष्ट संदेश दे दिया गया है कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन किसान संगठनों को राजनीति से प्रेरित होकर काम नहीं करना चाहिए, क्योंकि असामान्य स्थिति पैदा करने से कोई समाधान नहीं होगा।

केंद्र सरकार के मंत्री भी लगातार किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए कामकाज और उपलब्धियों को गिनाते हुए कांग्रेस की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं और अब भाजपा नेता किसानों के बीच जाकर कांग्रेस की पोल खोलने की तैयारी कर रहे हैं।

सरकार के मंत्री और भाजपा नेता लगातार किसानों और कृषि क्षेत्र के लिए मोदी सरकार द्वारा किए गए कामकाज और उपलब्धियों को गिना रहे हैं और अब आने वाले दिनों में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह समेत पार्टी के दिग्गज मंत्री और नेता किसानों के बीच जाकर कांग्रेस की पोल भी खोलेंगे और मोदी सरकार के किसानों और कृषि के लिए किए गए कामों को भी गिनाएंगे।

बताया जा रहा है कि अमित शाह 20 फरवरी को राजस्थान के बीकानेर जा सकते हैं, जहां वह बीकानेर क्लस्टर के तीन लोकसभा सीटों के नेताओ संग बैठक करेंगे। इस कलस्टर में किसानों का एक बड़ा वोट बैंक है। इसलिए, किसान आंदोलन को लेकर कांग्रेस की तैयारी के बीच शाह यहां के पार्टी कार्यकर्ताओ और किसानों के सामने सही तस्वीर रखने का प्रयास करेंगे। अन्य दिग्गज भाजपा नेता भी अलग-अलग तारीखों पर देश के अलग-अलग हिस्सों में किसानों के बीच यही प्रयास करते दिखाई देंगे।

--आईएएनएस

एसटीपी/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित