नई दिल्ली, 18 सितंबर (आईएएनएस)। अरविंद केजरीवाल के दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद अब उनके सरकारी सुविधाओं को छोड़ने के फैसले पर भी राजनीति शुरू हो गई है। आम आदमी पार्टी जहां इसे अरविंद केजरीवाल का त्याग बता रही है, वहीं भाजपा ने इसे ड्रामा करार दिया है। आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने केजरीवाल के मुख्यमंत्री पद से जुड़ी सभी सुविधाओं का त्याग करने का दावा करते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री के तौर पर मिले सरकारी घर को भी खाली करेंगे और साथ ही तमाम खतरों तथा पहले हुए हमलों के बावजूद सरकारी सुरक्षा भी छोड़ देंगे।
भाजपा आईटी सेल (NS:SAIL) के हेड अमित मालवीय ने केजरीवाल के इस फैसले पर कटाक्ष करते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर कहा," आम आदमी पार्टी चुनावी जनादेश को लूट के लाइसेंस के साथ भ्रमित कर रही है। अरविंद केजरीवाल इस्तीफा दे सकते हैं, अपना शीश महल खाली कर सकते हैं, जो चाहें कर सकते हैं, लेकिन अंततः उन्हें देश के कानून का सामना करना होगा और त्रुटिपूर्ण शराब नीति के लिए जवाबदेह भी होना होगा, जिसने घरों को बर्बाद कर दिया और बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार को जन्म दिया।"
अमित मालवीय ने आगे कहा," दिल्ली में किसी को भी अरविंद केजरीवाल की परवाह नहीं है। उनका इस्तीफा बहुत कम है और बहुत देर से हुआ है। जब उन्हें गिरफ्तार किया गया था, उन्हें तब ही इस्तीफा दे देना चाहिए था।"
जनादेश के बारे में बताते हुए भाजपा नेता ने कहा," सुप्रीम कोर्ट ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में चुनाव प्रचार करने के लिए जमानत दी थी। केजरीवाल ने अपनी गिरफ्तारी के विरोध में वोट मांगे, लेकिन आप को कोई फायदा नहीं हुआ। दिल्ली की जनता पहले ही अपनी राय दे चुकी है। अब, जो कुछ हम देखते हैं, वह सब ड्रामा है।"
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