साइबर मंडे डील: 60% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

तेलुगू राज्यों में स्कूलों से लेकर आईआईटी के हॉस्‍टल तक में हो रहीं छात्र आत्महत्या की घटनाएं 

प्रकाशित 20/08/2023, 12:00 am
तेलुगू राज्यों में स्कूलों से लेकर आईआईटी के हॉस्‍टल तक में हो रहीं छात्र आत्महत्या की घटनाएं 

हैदराबाद, 19 अगस्त (आईएएनएस)।  तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में आवासीय स्कूलों से लेकर कॉलेजों तक व पेशेवर कॉलेजों और विश्‍वविद्यालयों से लेकर आईआईटी जैसे शैक्षणिक संस्थानों तक  के छात्रावासों में छात्रों द्वारा आत्महत्या किए जाने की घटनाएं लगातार हो रही हैं।जहां पढ़ाई का तनाव और साथियों का दबाव बड़ी संख्या में हो रहीं आत्महत्याओं का मुख्य कारण हैं, वहीं अवसाद, रिश्ते के मुद्दे और कुछ मामलों में रैगिंग जैसे कारक भी छात्रों को आत्महत्या की ओर प्रेरित कर रहे हैं।

भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, हैदराबाद (आईआईटी-एच) की 21 वर्षीय स्नातकोत्तर छात्रा को 7 अगस्त को परिसर में उसके छात्रावास के कमरे में लटका हुआ पाया गया था।

ममिता नायक स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष की छात्रा थी। कुछ दिनों पहले वह हैदराबाद से लगभग 60 किमी दूर संगारेड्डी जिले के कांडी स्थित परिसर में सिविल इंजीनियरिंग में मास्टर कार्यक्रम में शामिल हुई थी।

पुलिस को उसके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें उसने लिखा कि उसकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है और वह गंभीर मानसिक दबाव में थी।

वह एक महीने से भी कम समय में आत्महत्या से मरने वाली दूसरी आईआईटी-एच की छात्रा थी और पिछले एक साल में चौथी।

डी. कार्तिक (21) ने विशाखापत्तनम में समुद्र में डूबकर आत्महत्या कर ली थी, क्योंकि वह अपने बैकलॉग से उदास था।

बी.टेक (मैकेनिकल) द्वितीय वर्ष के छात्र कार्तिक ने 17 जुलाई को परिसर छोड़ दिया था। उसका शव 25 जुलाई को विशाखापत्तनम में समुद्र तट से बरामद किया गया।

तेलंगाना के नलगोंडा जिले के मिरयालगुडा का रहने वाला छात्र परीक्षाओं में बैकलॉग क्लियर न कर पाने से परेशान था।

एक साल में आईआईटी-एच के चार छात्रों की आत्महत्या से मौत हो चुकी है। पिछले साल सितंबर में राजस्थान की मूल निवासी मेघा कपूर (22) ने आईआईटी-हैदराबाद परिसर के पास संगारेड्डी शहर में एक लॉज से कूदकर जान दे दी थी। वह बी.टेक की छात्रा थी। उसके कुछ बैकलॉग थे। वह एक लॉज में रह रही थी।

पिछले साल अगस्त में आंध्र प्रदेश के कुरनूल जिले के नंदयाल के मूल निवासी और एम.टेक द्वितीय वर्ष के छात्र जी. राहुल ने प्लेसमेंट और थीसिस के दबाव के कारण अपने छात्रावास के कमरे में फांसी लगा ली थी।

पुलिस ने उसके कमरेे से सुसाइड नोट बरामद किया, जिसमें लिखा था, ''संस्थान को छात्रों पर थीसिस पूरी करने के लिए दबाव नहीं डालना चाहिए। वह आत्महत्याओं पर और अधिक शोध करवाए और अंततः उसका शोध सफल होगा। मैंने दबाव से राहत पाने के लिए धूम्रपान और शराब का सेवन किया, लेकिन तनाव कम नहीं हो सका।"

2019 में आईआईटी-हैदराबाद में तीन आत्महत्याएं हुईं और सभी मामलों में छात्रों ने चरम कदम उठाने के लिए शैक्षणिक दबाव, साथियों के दबाव और अवसाद का हवाला दिया।

घटनाओं से चिंतित आईआईटी-एच अधिकारियों ने छात्रों को दबाव से निपटने की सलाह देने के लिए मनोविज्ञान के विशेषज्ञों के साथ एक परामर्श केंद्र खोला है।

तेलंगाना के निर्मल जिले में आईआईआईटी बसर के नाम से मशहूर राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ नॉलेज टेक्नोलॉजीज (आरजीयूकेटी) नियमित रूप से छात्र आत्महत्याओं की रिपोर्ट करने वाला एक और संस्थान है।

8 अगस्त को प्री यूनिवर्सिटी कोर्स (पीयूसी) के प्रथम वर्ष के 17 वर्षीय छात्र को विश्‍वविद्यालय परिसर में छात्रावास के कमरे में लटका हुआ पाया गया था।

ऐसा संदेह है कि कथित तौर पर घर की याद आने के बाद छात्र ने आत्महत्या कर ली। वह संगारेड्डी जिले का रहने वाला था, वह एक सप्ताह पहले संस्थान में दाखिला लिया था और कथित तौर पर वह अकेलापन महसूस कर रहा था।

15 जून को एक छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। पीयूसी प्रथम वर्ष की वह छात्रा परिसर में छात्रावास भवन की चौथी मंजिल से कूद गई थी।

13 जून को पीयूसी प्रथम वर्ष की एक छात्रा विश्‍वविद्यालय परिसर में बाथरूम में फंदे से लटकी हुई पाई गई थी।

फिजिक्स की परीक्षा देने के बाद उसने यह कदम उठाया। संगारेड्डी जिले की रहने वाली वह छात्रा कथित तौर पर मानसिक तनाव में थी। परीक्षा में शामिल होने के बाद उसने शिक्षकों से संपर्क किया था। शिक्षक ने उसे समझाने की कोशिश की, मगर एक दिन उसने शौचालय में जाकर फांसी लगा ली।

बसर आईआईटी में पिछले साल दो आत्महत्याएं हुईं। पिछले साल दिसंबर में कैंपस के बॉयज हॉस्टल में एक छात्र ने फांसी लगा ली थी। 17 साल के लड़के ने सुसाइड नोट में लिखा कि वह निजी कारणों से आत्महत्या कर रहा है।

पिछले साल अगस्त में बी.टेक इंटीग्रेटेड प्रोग्राम के प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहे एक 19 वर्षीय छात्र ने फांसी लगा ली थी।

संदेह है कि उसने निजी कारणों से यह कदम उठाया।

मई 2020 में पीयूसी प्रथम वर्ष के एक छात्र ने एक लड़की को लेकर अपने सहपाठी के साथ झगड़े के बाद एक इमारत से कूदकर आत्महत्या कर ली।

तेलंगाना और आंध्र प्रदेश, जो कई प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों और देश के शीर्ष व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए छात्रों को प्रशिक्षित करने के लिए सर्वोत्तम कोचिंग केंद्रों के लिए जाने जाते हैं, देश में बड़ी संख्या में छात्रों की आत्महत्या के लिए जिम्मेदार हैं।

इस साल अप्रैल में इंटरमीडिएट (कक्षा 11 और 12) के परिणाम घोषित होने के 48 घंटों के भीतर 10 छात्रों की आत्महत्या से मौत हो गई। छात्र परीक्षा में फेल हो गए थे या कम अंक प्राप्त कर पाए थे।

--आईएएनएस

एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित