नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। हरियाणा के नूंह में हर साल सावन के अवसर पर होने वाली ब्रजमंडल यात्रा में पिछले साल हुई हिंसक घटनाओं के लेकर विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र जैन ने कहा कि भगवान शंकर पर जलाभिषेक का कार्यक्रम रुकने वाला नहीं है, यह चलता रहेगा। पिछले साल ब्रजमंडल यात्रा में हुई हिंसा की निंदा करते हुए उन्होंने आईएएनएस से कहा, “मेवात में महाभारत कालीन तीन बड़े मंदिर हैं, महादेव का और श्रृंगार महादेव का। सनातन धर्म में इन तीनों मंदिरों में जाकर जलाभिषेक करना श्रवण के महीने में पुण्य का काम माना जाता है। वर्षों से यात्रा चल रही थी। पूरे देश का हिंदू वहां आ रहा था। शायद वहां के जिहादी तत्वों के लिए यह परेशानी का सबब था। पिछले साल वहां पांच से ज्यादा बलिदान हुए, हिंसा हुई, सैंकड़ो वाहनों को जलाकर राख कर दिया गया। पुलिस पर हमला किया गया, इसके बावजूद वहां के समाज ने निर्णय लिया कि यह यात्रा ऐसे ही चलती रहेगी और यहां जलाभिषेक होता रहेगा। मांग की गई कि विश्व हिंदू परिषद इस यात्रा को चलाए और सहयोग करे। यह खुशी की बात है।“
उन्होंने कहा, “इस वर्ष यह यात्रा शुरू हो चुकी है। साधु-संत काफी संख्या में यहां पहुंच चुके हैं। हजारों श्रद्धालु भी यहां पहुंचे हैं। जलाभिषेक का कार्यक्रम चल रहा है और इस बार बड़ा ही उत्साह है। 72 साल के बाद यह संयोग बना है कि श्रावण के महीने में पांच सोमवार आ रहे हैं। श्रावण का महीना सोमवार को ही शुरू हुआ। यह जबरदस्त महत्व की बात है कि पूजा का काम सोमवार को शुरू हुआ। इसलिए पिछली बार हुई हिंसा से वहां के प्रशासन ने सबक सीखा है और इस बार वहां सख्त प्रतिबंध लगाए हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “पिछले साल कांवड़ यात्रियों को भी काफी तकलीफ हुई थी। प्रशासन का काम है कि वह यात्रियों की सुरक्षा करे और मंदिरों की सुरक्षा करे। लेकिन इस बार एक यह बड़ा सुखद पहलू सामने आया है कि वहां का एक मुस्लिम समाज इस यात्रा को सफल बनाने के लिए सामने आया है। उसने कहा है कि वह पिछले साल हुई हिंसा का दाग धोना चाहते हैं। यह स्वागत योग्य है। यह यात्रा चलेगी और हर साल चलेगी। यह फैसला वहां के समाज ने किया है। यदि मुस्लिम समाज हिंदू परंपराओं और त्योहारों में भागीदारी करता है, तो विश्व हिंदू परिषद भी उनके त्योहारों में भागीदारी करने के लिए तैयार है।”
--आईएएनएस
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