iGrain India - नई दिल्ली। चालू रबी सीजन के दौरान मोटे अनाजों के संवर्गों में ज्वार, मक्का एवं जौ का उत्पादन सामान्य या औसत से बेहतर होने की उम्मीद है।
ज्वार के क्षेत्रफल में हाल के सप्ताहों के दौरान काफी सुधार आया है जिससे पिछले साल के मुकाबले इसका अंतर काफी घट गया है।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार चालू रबी सीजन में 15 दिसम्बर तक ज्वार का उत्पादन क्षेत्र करीब 20 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 20.35 लाख हेक्टेयर से महज 35 हजार हेक्टेयर कम है।
मक्का का बिजाई क्षेत्र आरंभ से ही गत वर्ष से आगे चल रहा है और 15 दिसम्बर तक यह पिछले साल के 14.45 लाख हेक्टेयर से 55 हजार हेक्टेयर बढ़कर इस बार 15 लाख हेक्टेयर तक यह पिछले साल के 14.45 लाख हेक्टेयर से 55 हजार हेक्टेयर बढ़कर इस बार 15 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया।
इसका रकबा आगे और बढ़ सकता है क्योंकि बिहार सहित कुछ अन्य राज्यों में इसकी बिजाई देर तक चलती रहती है। बिहार रबी कालीन मक्का का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य माना जाता है।
जहां तक जौ का सवाल है तो इसका बिजाई क्षेत्र गत वर्ष के लगभग बरकरार यानी 8 लाख हेक्टेयर के करीब चल रहा है। राजस्थान में रकबे में आई कमी को उत्तर प्रदेश ने पूरा कर दिया है।
जौ की बिजाई लगभग पूरी हो चुकी है। खरीफ कालीन मोटे अनाजों और खासकर ज्वार, बाजरा तथा मक्का की आवक अभी जारी है जबकि मार्च-अप्रैल में रबी फसलों की आपूर्ति जोर पकड़ लेगी।
उम्मीद की जा रही है कि इस बार उत्पादन अच्छा होगा क्योंकि अभी तक मौसम की हालत सामान्य बनी हुई है। आगामी महीनों का मौसम इसकी पैदावार को प्रभावित करेगा।
रबी कालीन मोटे अनाजों का कुल उत्पादन क्षेत्र इस बार 15 दिसम्बर तक सुधरकार 43.61 लाख हेक्टेयर पर पहुंचा जो पिछले साल की समान अवधि के बिजाई क्षेत्र 43.37 लाख हेक्टेयर से 24 हजार हेक्टेयर ज्यादा है।