कडप्पा (आंध्र प्रदेश), 9 मार्च (आईएएनएस)। पूर्व मंत्री वाई.एस. विवेकानंद रेड्डी की हत्या के मामले में सरकारी गवाह बने आरोपी शेख दस्तगिरी के पिता एक हमले में घायल हो गए।कथित तौर पर वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (वाईएसआरसीपी) के समर्थकों ने शिवरात्रि समारोह के दौरान शुक्रवार देर रात पुलिवेंदुला के पास नामलागुंडु में शेख हाजी वली पर हमला किया।
आरोप है कि उनके बेटे द्वारा मुख्यमंत्री वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ पुलिवेंदुला विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की योजना को लेकर उन पर हमला किया गया था।
गंभीर रूप से घायल शेख वली को पुलिवेंदुला के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया।
शेख दस्तगिरी ने आरोप लगाया कि उनके पिता पर इसलिए हमला किया गया क्योंकि हत्या के मामले में आरोपी कडप्पा सांसद वाई.एस. अविनाश रेड्डी जमानत पर हैं। वह वाई.एस. अविनाश रेड्डी की जमानत रद्द करने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाएँगे।
शेख दस्तागिरी लगभग 10 दिन पहले जय भीम पार्टी में शामिल हुए थे और जगन मोहन रेड्डी के खिलाफ पुलिवेंदुला से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की योजना बना रहे थे।
शेख दस्तगिरी और उनके परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उनके खिलाफ विभिन्न थानों में झूठे मामले दर्ज किए गए थे।
इस बीच जय भीम पार्टी के अध्यक्ष जूडा श्रवण कुमार ने शेख दस्तगिरी के पिता पर हुए हमले की निंदा की है। उन्होंने मांग की कि सरकार शेख दस्तगिरी के परिवार के सदस्यों को तुरंत सुरक्षा प्रदान करे।
जूडा श्रवण कुमार ने यह भी घोषणा की कि वह 12 मार्च को सीबीआई अदालत में एक याचिका दायर करेंगे, जिसमें विवेकानंद रेड्डी हत्या मामले में कडप्पा के सांसद अविनाश रेड्डी की जमानत रद्द करने की मांग की जाएगी।
जूडा श्रवण कुमार ने आरोप लगाया कि वाईएसआरसीपी नेता सज्जला रामकृष्ण रेड्डी ने आरोपियों को दस्तगिरी के पिता पर हमला करने के लिए प्रोत्साहित किया।
विवेकानंद रेड्डी के ड्राइवर के रूप में काम करने वाले शेख दस्तागिरी ने पहले भी कई मौकों पर कहा था कि उन्हें अपनी जान का खतरा है। उन्होंने उनके और उनके परिवार के सदस्यों के लिए सुरक्षा की मांग की थी।
शेख दस्तागिरी ने दावा किया था कि 2021 और 2022 में मामले में सीबीआई को दो बयान देने के बाद उनकी और उनके परिवार के सदस्यों की जान को खतरा बढ़ गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री वाई.एस. राजशेखर रेड्डी के भाई और मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के चाचा विवेकानंद रेड्डी की चुनाव से कुछ सप्ताह पहले 15 मार्च 2019 को पुलिवेंदुला में उनके आवास पर हत्या कर दी गई थी।
68 वर्षीय पूर्व राज्य मंत्री और पूर्व सांसद अपने घर पर अकेले थे जब अज्ञात व्यक्तियों ने घुसकर उनकी हत्या कर दी।
सुनीता रेड्डी की याचिका पर सुनवाई करते हुए आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के निर्देश पर 2020 में सीबीआई ने मामले की जांच अपने हाथ में ली, जिन्होंने कुछ रिश्तेदारों पर संदेह जताया था।
जांच में तेजी लाते हुए सीबीआई ने पिछले साल अविनाश रेड्डी के पिता वाई.एस. भास्कर रेड्डी और उनके अनुयायी उदय कुमार रेड्डी को गिरफ्तार किया था।
अविनाश रेड्डी को तेलंगाना उच्च न्यायालय ने अग्रिम जमानत दे दी थी।
--आईएएनएस
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