नई दिल्ली, 7 जुलाई (आईएएनएस)। भारत की ओर से आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के लोकतंत्रीकरण पर ग्लोबल चर्चा शुरू की गई है। इसके तहत पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर अगले सप्ताह 'फ्यूचर ऑफ ब्रिटेन कॉन्फ्रेंस' को संबोधित करने वाले हैं।भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर 9 जुलाई को लंदन में टोनी ब्लेयर इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल चेंज की ओर से आयोजित 'गवर्निंग इन द एज ऑफ एआई : री-इमेजिन्ड स्टेट' की मेजबानी करेंगे।
इस सम्मेलन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए लोगों के जीवन को बेहतर बनाने और आगे की रणनीति तैयार करने को लेकर बातचीत की जाएगी।
लंदन के इंस्टीट्यूट में आयोजित होने वाले सेमिनार में राजीव चंद्रशेखर को देश की डिजिटल पहल जैसे इंडिया डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई), इंडिया-एआई मिशन के निर्माण में भारत के अनुभव और रणनीति के अलावा डिजिटल आईडी, डीपीआई और टेक के माध्यम से सरकार व शासन में बदलाव के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग कैसे किया जा सकता है, को शेयर करने के लिए आमंत्रित किया गया है।
राजीव चंद्रशेखर इस बात को भी उजगार करेंगे कि अन्य देश भारत के अनुभव से कैसे सीख सकते हैं और डिजिटल क्षेत्र में भारत की सफलता को कैसे दोहरा सकते हैं।
ब्रिटेन के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर की ओर से स्थापित 'टोनी ब्लेयर इंस्टीट्यूट फॉर ग्लोबल चेंज', सरकारों और नेताओं को रणनीति, नीति और डिलीवरी पर सलाह देता है, जिससे तीनों में प्रौद्योगिकी की शक्ति का पता चलता है।
सम्मेलन में लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए रूपरेखा पर चर्चा की जाएगी और उसे तैयार किया जाएगा। भविष्य का एजेंडा पेश किया जाएगा और 21वीं सदी की पुनर्कल्पना के लिए ठोस योजना बनाई जाएगी।
पिछले सप्ताह राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में आयोजित 'ग्लोबल इंडिया-एआई मिशन' शिखर सम्मेलन में ग्लोबल दक्षिण देशों ने विश्व एआई मंच पर उन्हें आवाज देने में भारत की भूमिका को स्वीकार किया और उसकी सराहना की थी।
--आईएएनएस
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