iGrain India - क्रशिंग मिलों की कमजोर मांग से सरसों के दाम में भारी गिरावटनई दिल्ली । प्रमुख उत्पादक राज्यों की महत्वपूर्ण मंडियों में सरसों की सामान्य आवक के बीच मांग कमजोर रहने से 8-14 नवम्बर वाले सप्ताह के दौरान कीमतों में 100 से 400 रुपए प्रति क्विंटल तक की गिरावट दर्ज की गई। सरसों एक्सट्रैक्शन का निर्यात प्रदर्शन उत्साहवर्धक नहीं है जबकि सरसों तेल के दाम में भी अब नरमी का माहौल बनने लगा है। सरसों की बिजाई पहले ही आरंभ हो चुकी है। 42% कंडीशन सरसों समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान 42 प्रतिशत कंडीशन वाली सरसों का दाम दिल्ली में 100 रुपए गिरकर 6450 रुपए प्रति क्विंटल तथा जयपुर में 175 रुपए घटकर 6600/6625 रुपए प्रति क्विंटल रह गया। गुजरात, राजस्थान, हरियाणा, मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश में भी सरसों का भाव नरम रहा। वैसे हरियाणा के हिसार में सरसों का दाम 200 रुपए की वृद्धि के साथ 5800/6000 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंचा। दूसरी ओर राजस्थान के अलवर में यह 400 रुपए लुढ़ककर 6200 रुपए प्रति क्विंटल पर आ गया। इसी तरह खैरथल में भी दाम 300 रुपए गिरकर 6200 रुपए रह गया। उत्तर प्रदेश की हापुड़ मंडी में सरसों की कीमत 150 रुपए गिरकर 6700 रुपए प्रति क्विंटल तथा आगरा मंडी में 295 रुपए घटकर 6800/7275 रुपए प्रति क्विंटल रह गई। पूर्ववर्ती सप्ताहों के दौरान सरसों के दाम में भारी तेजी आई थी मगर अब इसमें नरमी का माहौल बनने लगा है। सरसों तेल सरसों के दाम में गिरावट आने से सरसों तेल का मूल्य भी प्रति 10 किलो पर 40 से 60 रुपए (4-6 रुपए प्रति किलो) घट गया। दिल्ली में एक्सपेलर का दाम 50 रुपए घटकर 1335 रुपए प्रति 10 किलो तथा भरतपुर में 60 रुपए घटकर 1360 रुपए प्रति 10 किलो पर आ गया। सरसों तेल के दाम में मुरैना, खैरथल तथा अलवर में 50-50 रुपए तथा हापुड़ एवं आगरा में 60-60 रुपए प्रति 10 किलो की गिरावट दर्ज की गई। समझा जाता है कि त्यौहारी सीजन समाप्त होने के बाद सरसों तेल की मांग अब कुछ कमजोर पड़ने लगी है जिससे कीमतों पर दबाव बढ़ सकता है। आवक समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान राष्ट्रीय स्तर पर सरसों की दैनिक आवक 1.60 से 2.25 लाख बोरी के बीच दर्ज की गई जबकि प्रत्येक बोरी 50 किलो की होती है। सरसों डीओसी के दाम के दाम में 100 से 600 रुपए प्रति टन तथा सरसों खल के भाव में 40 से 60 रुपए प्रति क्विंटल की गिरावट रही।