नई दिल्ली, 8 नवंबर (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ में विधान सभा चुनाव के पहले चरण के तहत मंगलवार को 20 सीटों पर मतदान संपन्न हो गया। इन 20 सीटों पर 71 प्रतिशत से ज्यादा मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। वोटिंग खत्म होने के साथ ही भाजपा और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बीच एक बार फिर से आरोप-प्रत्यारोप का नया दौर शुरू हो गया।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यह आरोप लगाया है कि केंद्र की भाजपा सरकार सीआरपीएफ के जवानों को आगे कर मतदाताओं को वोट देने से रोक रही है, वहीं बघेल के आरोपों पर पलटवार करते हुए भाजपा आईटी सेल (NS:SAIL) के हेड अमित मालवीय ने कहा कि भूपेश बघेल की यह हताशा बता रही है कि कांग्रेस पहले ही चरण में पीछे हो गई है और महादेव के नाम को कलंकित करने वालों का हश्र कभी अच्छा नहीं हो सकता।
भूपेश बघेल ने मंगलवार रात को एक्स पर पोस्ट कर आरोप लगाया था कि, "केंद्र की भाजपा सरकार का असली चरित्र यही है। चुनाव में कांग्रेस के सामने टिक नहीं पा रहे हैं तो सीआरपीएफ़ के जवानों को आगे कर दिया। मतदाताओं को रोकने की यह अकेली शिकायत नहीं है। बस्तर में जगह जगह से ऐसी शिकायतें मिली हैं। लेकिन जनता जब साथ हो तो भाजपा चाहे जिसे आगे कर ले, जीतेंगे हम ही। जय कांग्रेस।"
बघेल के इस पोस्ट पर मंगलवार को आधी रात में ही रिप्लाई करते हुए भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय ने पोस्ट कर कहा, "ये हताशा बता रही है कि कांग्रेस पहले चरण में ही पीछे हो गई है। महादेव के नाम को कलंकित करने वालों का हश्र कभी अच्छा नहीं हो सकता।"
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