चेन्नई, 10 मई (आईएएनएस)। टायर प्रमुख एमआरएफ लिमिटेड को वित्त वर्ष 2021 की तुलना में वित्त वर्ष 2022 में अधिक राजस्व पर कम शुद्ध लाभ मिला है। कंपनी के बोर्ड ने 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 144 रुपये के अंतिम लाभांश की सिफारिश की है। प्रत्येक 3 रुपये के दो अंतरिम लाभांश को ध्यान में रखते हुए वित्त वर्ष 22 के लिए कुल लाभांश 150 रुपये का है।
समीक्षा अवधि में एमआरएफ की कुल आय 16,128.58 करोड़ रुपये से बढ़कर 19,304.43 करोड़ रुपये हो गई।
कंपनी ने पिछले वित्त वर्ष में 647.34 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था, जो वित्त वर्ष 2015 में 1,249.06 करोड़ रुपये था।
समीक्षा वर्ष के दौरान, एमआरएफ का निर्यात 1,779 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 2011 के दौरान दर्ज 1,333 करोड़ रुपये से अधिक था।
एमआरएफ के मुताबिक, वह कच्चे माल की लागत में हुई बढ़ोतरी को पूरी तरह से वसूल नहीं कर पाई।
महामारी के बाद बाजार की स्थितियां भी इस तरह की लगातार कीमतों में बढ़ोतरी को सहन करने के लिए अनुकूल नहीं हैं।
कंपनी का दावा है कि आने वाले महीनों में लागत वृद्धि की भरपाई करने की पूरी कोशिश करेगी।
एमआरएफ ने कहा कि वर्ष की शुरुआत में कोविड-19 महामारी से उत्पन्न अनिश्चितताओं, कच्चे माल की उपलब्धता से जुड़े मुद्दों और यूक्रेनी युद्ध से उत्पन्न चुनौतियों से भी संचालन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है।
10 रुपये के अंकित मूल्य के साथ कंपनी का शेयर, शेयर बाजारों में सबसे अधिक कीमत वाले शेयरों में से एक है।
--आईएएनएस
एसकेके/एसकेपी