किगाली, 1 जुलाई (आईएएनएस)। तुत्सी के खिलाफ 1994 के नरसंहार के शिकार 10,224 लोगों के अवशेषों को रवांडा की राजधानी किगाली में फिर से दफनाया गया।
किगाली में किकुकिरो जिले के नुंगा और करेमबुरे गांवों से अवशेष बरामद किए गए, और गहांगा स्मारक स्थल पर स्थानांतरित किए गए। सरकार उचित संरक्षण के लिए पर्याप्त जगह के साथ नई साइटों का निर्माण कर रही है। यह बात शुक्रवार को सरकारी अधिकारियों और पीड़ितों के परिवारों को संबोधित करते हुए लोक सेवा और श्रम मंत्री फैनफैन रवानयिंदो काइरंगवा ने कही।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, कायिरांगवा ने कहा कि जनता को नरसंहार की विचारधारा का विरोध करना चाहिए और उन लोगों की भी आलोचना की, जो नरसंहार के लगभग तीन दशक बाद मृतकों के अवशेषों के ठिकाने के बारे में जानकारी छिपाते हैं।
रवांडावासियों ने अप्रैल में 1994 के नरसंहार की 29वीं वर्षगांठ मनाने के लिए "याद रखें-एकजुट-नवीनीकरण" थीम के तहत स्मरणोत्सव गतिविधियां शुरू कीं। येे गतिविधियांं 100-दिवसीय आपदा को चिह्नित करने के लिए 4 जुलाई तक जारी रहेंगी। नरसंहार में दस लाख से अधिक, मुख्य रूप से तुत्सी और उदारवादी हुतस मारे गए थे।
--आईएएनएस
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