रायपुर, 7 जुलाई (आईएएनएस)। छत्तीसगढ़ की विकास की नई इबारत लिखने के लिए हजारों करोड़ की सौगात देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा इन परियोजनाओं से आदिवासी क्षेत्रों में सुविधा और विकास की नई यात्रा शुरू होगी।प्रधानमंत्री मोदी ने रायपुर के साइंस कॉलेज मैदान में आयोजि समारोह में सात हजार करोड़ से ज्यादा की लागत की 10 परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकापर्ण करते हुए अधोसंरचना विकास के महत्व के बताते हुए कहा, आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का संबंध सामाजिक न्याय से भी है जो सदियों तक अन्याय और असुविधा झेलते रहे उन तक भारत सरकार आज ये आधुनिक सुविधाएं पहुंचा रही है।
उन्होंने आगे कहा, इंफ्रास्ट्रक्चर यानी लोगों के जीवन में आसानी, इंफ्रास्ट्रक्चर यानी व्यापार कारोबार में आसानी, इंफ्रास्ट्रक्चर यानी रोजगार के लाखों नए अवसरों का निर्माण, और इंफ्रास्ट्रक्चर यानी तेज विकास।
भारत में हम सभी का दशकों पुराना अनुभव यही है कि जहां इंफ्रास्ट्रक्चर कमजोर रहा, वहां विकास भी उतनी ही देरी से पहुंचा। इसलिए आज भारत उन क्षेत्रों में अधिक इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित कर रहा है, जो विकास की दौड़ में पीछे रह गए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकर्पित और शिलान्यास वाली परियोजनाओ की चर्चा करते हुए कहा, भारत सरकार के इन प्रोजेक्ट्स से यहां रोजगार के अनेकों नए अवसर भी बनेंगे। यहां के धान किसानों, खनिज संपदा से जुड़े उद्यमियों और टूरिज्म को भी इन प्रोजेक्ट्स से बहुत लाभ मिलेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इनसे आदिवासी क्षेत्रों में सुविधा और विकास की नई यात्रा शुरू होगी।
प्रधानमंत्री ने कहा, ये उपहार इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए है, कनेक्टिविटी के लिए है। ये उपहार छत्तीसगढ़ के लोगों का जीवन आसान बनाने के लिए है, यहां की स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए है। गांवों को भी अच्छी 4जी कनेक्टिविटी मिले, इसके लिए भारत सरकार 700 से अधिक मोबाइल टॉवर लगवा रही है। इनमें से करीब 300 टॉवर का काम करना शुरू कर चुके हैं। आज छत्तीसगढ़ 2-2 इकोनॉमिक कॉरिडोर से जुड़ रहा है। रायपुर-धनबाद इकोनॉमिक कॉरिडोर और रायपुर-विशाखापट्टनम इकोनॉमिक कॉरिडोर इस क्षेत्र का भाग्य बदलने वाले हैं।
बीते नौ सालों में मोबाइल फोन कनेक्टिविटी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा, नौ वर्ष पहले छत्तीसगढ़ के 20 फीसदी से अधिक गांवों में किसी तरह की मोबाइल कनेक्टिविटी नहीं थी, आज ये घटकर लगभग छह फीसदी रह गई है। इनमें से अधिकतर जनजातीय और नक्सल हिंसा से प्रभावित गांव हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने राज्य में ग्रीनफील्ड रायपुर-विशाखापत्तनम कॉरिडोर के छत्तीसगढ़ सेक्शन के तीन नेशनल हाई-वे प्रोजेक्ट्स की आधारशिला रखी, इनमें से एक उदंती वन्यजीव अभयारण्य से गुजरने वाला है। यहां वन्यजीवों के सुरक्षित आवागमन को पूरी तरह से ध्यान में रखा गया है। इसके लिए 2.8 किलोमीटर लंबी 6-लेन वाली सुरंग के साथ ही 27 एनीमल पासेस और 17 केनोपिस का निर्माण किया जाएगा। लगभग 6400 करोड़ रुपये से अधिक के हाई-वे प्रोजेक्ट्स के उद्घाटन और शिलान्यास किया। इसके अलावा गैस बॉटलिंग प्लॉट का शिलान्यास किया, आयुष्मान कार्ड का वितरण किया।
इस समारोह में राज्य के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सहित कई केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे।
--आईएएनएस
एसएनपी/एसकेपी