रांची, 7 जुलाई (आईएएनएस)। झारखंड के साहिबगंज में भी यूपी की ज्योति मौर्या केस की तरह एक मामला सामने आया है। कन्हाई पंडित नामक एक शख्स ने पुलिस के पास कंप्लेन दर्ज कराई है कि उसने कर्ज लेकर और मजदूरी करके अपनी पत्नी को इंटर, उसके बाद एएनएम-नर्सिंग की पढ़ाई-ट्रेनिंग कराई। लेकिन, अब शायद पत्नी किसी और के साथ रहने चली गई है। पीड़ित ने पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई है। कन्हाई पंडित साहिबगंज के बांझी बाजार का रहने वाला है। उसने बताया कि साल 2009 में उसकी शादी साहिबगंज के बोरिया थाना क्षेत्र के तेलोबथान गांव की रहने वाली कल्पना कुमारी से हुई। शादी के बाद सब कुछ ठीक था। पत्नी आगे पढ़ना चाहती थी तो उन्होंने पहले इंटर और फिर जमशेदपुर के एक नर्सिंग कॉलेज में एएनएम के कोर्स में एडमिशन करवा दिया।
एडमिशन और पढ़ाई की फीस पर दो लाख रुपए खर्च हुए। इस दौरान उस पर कर्ज हो गया। उसे मजदूरी करने के लिए गुजरात जाना पड़ा। इधर, पत्नी को साहिबगंज में नर्सिंग होम में नौकरी मिल गई।
बीते अप्रैल में गुजरात से लौटने के बाद पत्नी ने उसके साथ रहने से इनकार कर दिया और 10 अप्रैल को 10 साल के बेटे को अपने साथ लेकर चली गई। उसी समय से वह उसकी तलाश में भटक रहा है। ससुराल के लोग भी पत्नी के बारे में कुछ नहीं बता रहे हैं।
इधर, कल्पना के माता-पिता जयंती देवी और राजकिशोर पंडित का कहना है कि कन्हाई उनकी बेटी के साथ मारपीट करता था। दहेज के लिए दबाव डालता था। पुलिस अभी मामले की छानबीन में जुटी हुई है।
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