गांधीनगर, 20 जुलाई (आईएएनएस)। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गुरुवार को अहमदाबाद में इस्कॉन मंदिर के पास फ्लाईओवर पर हुई दुर्घटना की जांच के आदेश दिए और अधिकारियों को आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया।गुरुवार तड़के इस्कॉन मंदिर के पास एक फ्लाईओवर पर तेज रफ्तार जगुआर ने भीड़ को रौंद दिया, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई और कम से कम 13 अन्य घायल हो गए। कार एक कॉलेज छात्र चला रहा था।
छात्र की पहचान तात्या प्रग्नेश पटेल के रूप में की गई है, जो एक अमीर बिल्डर - प्रग्नेश पटेल का बेटा है और कॉलेज के दूसरे वर्ष में है।
हादसे के बाद की स्थिति से निपटने के लिए सीएम पटेल ने गुरुवार को गांधीनगर में एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई।
एक अधिकारी ने कहा, "उन्होंने इस त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तत्काल कड़ी कानूनी कार्रवाई, हिरासत में लेने और निष्पक्ष जांच का आदेश दिया।"
नतीजतन, एक संयुक्त आयुक्त, तीन पुलिस उपायुक्त और पांच पुलिस निरीक्षकों को अहमदाबाद शहर पुलिस आयुक्त की सीधी निगरानी में घटना की जांच करने का काम सौंपा गया है।
पटेल ने पुलिस, सड़क-घर, शहरी विकास विभाग और स्थानीय अधिकारियों को सीसीटीवी कैमरा नेटवर्क को बढ़ाने और वाहन की गति पर नजर रखने के लिए शहरों से गुजरने वाले राजमार्गों सहित राज्यभर के राजमार्गों पर अधिक प्रकाश खंभे लगाने का भी निर्देश दिया।
मुख्य सचिव को संबंधित अधिकारियों के बीच समन्वय मजबूत करने का निर्देश दिया गया। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने दुर्घटना में जान गंवाने वाले दो पुलिसकर्मियों सहित नौ लोगों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।
मृतकों के परिजनों को 4 लाख रुपये की आर्थिक मदद का ऐलान किया गया है।
साथ ही घायलों को इलाज का पूरा खर्च और 50,000 रुपये की सहायता देने का निर्णय लिया गया है।
भूपेंद्र पटेल ने स्वास्थ्य मंत्री रुशिकेश पटेल को सोला सिविल अस्पताल का दौरा करने और पीड़ित परिवारों के साथ-साथ वहां इलाज करा रहे घायलों को सहायता देने का निर्देश दिया।
गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने भी दुर्घटनास्थल का दौरा किया और दुर्घटना की परिस्थितियों के बारे में विस्तृत जानकारी जुटाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के साथ बैठक की।
इसके अलावा, बैठक के दौरान यह निर्णय लिया गया कि शहरों में ओवरस्पीडिंग, रैश ड्राइविंग और युवाओं द्वारा किए जाने वाले स्टंट के खिलाफ चल रहे विशेष अभियान को और अधिक सख्त और व्यापक बनाया जाएगा।
एक अधिकारी ने कहा कि इस मामले को सबसे गंभीर और जरूरी मानते हुए एक सप्ताह के भीतर आरोपपत्र पेश किया जाएगा और विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति के साथ फास्ट-ट्रैक कोर्ट में मामले को तेजी से चलाया जाएगा, जैसा कि बैठक में चर्चा हुई।
--आईएएनएस
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