पटना, 4 सितंबर (आईएएनएस)। सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में कटौती के भारी विरोध के बाद सरकार ने कटौती के आदेश को सोमवार को वापस ले लिया। शिक्षा विभाग ने राज्य के सरकारी स्कूलों में पहले से घोषित अवकाशों की जगह रक्षा बंधन समेत कई छुट्टियों को खत्म करने संबंधी अपने आदेश को रद्द कर दिया।सोमवार को शिक्षा विभाग ने दो लाइन का आदेश जारी कर कहा कि 29 अगस्त को प्रारंभिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक स्कूलों में छुट्टियां संबंधित आदेश को निरस्त किया जाता है। उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग ने 29 अगस्त को आदेश जारी कर रक्षा बंधन, तीज, जन्माष्टमी और जीतिया जैसे पर्व की छुट्टियां रद्द करते हुए कई छुट्टियों में कटौती कर दी थी।
शिक्षा विभाग के इस आदेश के खिलाफ भाजपा के साथ-साथ शिक्षक संघ ने भी विरोध किया था। शिक्षा विभाग ने कहा था कि स्कूलों में अधिक से अधिक पढ़ाई हो, इसके लिए अवकाश में संशोधन किया गया है। 29 अगस्त को शिक्षा विभाग ने संशोधित छुट्टी की सूची जारी की थी, जिसके तहत सितंबर से दिसंबर तक पड़ने वाली 23 छुट्टियों के घटाकर 11 कर दिया गया था।
शिक्षा विभाग की ओर से जारी किए गए आदेश में बताया गया था कि स्कूलों को कम से कम 220 दिन खुलना चाहिए। सभी विद्यालयों में 220 दिन वर्किंग डे होना अनिवार्य है, ऐसा न होने पर बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी दो दिन पहले इस आदेश को उचित ठहराते हुए कहा था, ''कोई पढ़ना चाहता है, इसमें कहां कोई बुराई है। हमलोग यही चाहते हैं कि सबकोई पढ़े तो इसी को लेकर ये सब चीज़ें हो रही हैं। इसमें कोई गलत बात कहां है।''
उन्होंने आगे कहा था, ''अधिकारी और विभाग जो उचित समझते हैं, फैसला लेते हैं। इसमें क्या गलत है। हमको आश्चर्य होता है कि इस पर विवाद क्यों हो रहा है। हम तो चाहते हैं कि पढ़ाई समय पर होती रहे। उन्होंने आगे यह भी कहा कि किसी को कोई शिकायत है तो हमसे आकर मिले।''
इसके बाद विभाग ने सोमवार को फैसला वापस ले लिया।
--आईएएनएस
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