गाजियाबाद, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)। गाजियाबाद में 10 अक्टूबर को हिंदू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी के खिलाफ लगे गैंगस्टर और हिस्ट्रीसीटर को हटाने की मांग को लेकर जिलाअधिकारी कार्यालय के बाद सैकड़ो समर्थकों ने जमकर हंगामा किया था। उनका समर्थन करने डासना मंदिर से महंत मंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी भी जिला अधिकारी कार्यालय के लिए निकले थे। नरसिंहानंद गिरीको बीच में ही पुलिस ने रोक लिया और वापस भेज दिया। जिसके बाद उन्होंने एक वीडियो जारी कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में निंदा करते हुए कड़े शब्द बोले थे।
इसका एक वीडियो जारी किया गया था। उस वीडियो के बाद यति के खिलाफ गाजियाबाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। अब उन पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है।
इसके बाद यति ने एक दूसरा वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से माफी मांगी है और अपने समर्थकों से यह आग्रह किया है कि यदि उनकी गिरफ्तारी होती है तो कोई भी धरना प्रदर्शन या आंदोलन न किया जाए, शांतिपूर्वक अपनी बात लोगों तक पहुंचाई जाए।
दरअसल गाजियाबाद पुलिस ने हिन्दू रक्षा दल के अध्यक्ष पिंकी चौधरी पर गैंगस्टर एक्ट लगाई है। जिसके विरोध प्रदर्शन के लिए उनके समर्थकों ने 10 अक्टूबर को कलेक्ट्रेट पर सैंकडो की संख्या में जमा होकर अपना ज्ञापन सौंपा था।
पुलिस ने धारा 144 लागू होने की बात कह कर भीड़ नहीं जुटने देने का दावा किया था। पिंकी चौधरी के समर्थन में भीड़ भी जुटी और उन्होनें अपनी बात भी कही।
इसी दौरान हिन्दूवादी नेता पिंकी चौधरी के समर्थन में कलेक्ट्रेट जाने के लिए निकले डासना मंदिर के महंत महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी को पुलिस ने रोक लिया। महंत यति नरसिंहानंद कलेक्ट्रेट जाने पर अड़ गए। इस बीच पुलिस और यति के समर्थकों में धक्का-मुक्की हो गई। इसमें यति नरसिंहानंद गिर गए और अचेत हो गए।
इस दौरान उन्होनें कहा कि पुलिस टकराव चाहती थी मगर हमने शांति का मार्ग चुना। पुलिस 25 मीटर तक धक्का मुक्की करती रही। यति ने आरोप लगाया कि योगी सरकार उन्हें मारने पर आमादा है। और उन्होंने अपना एक वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री की कड़ी निन्दा करते हुए कड़े शब्द बोले थे।
--आईएएनएस
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