ग्रेटर नोएडा, 18 अक्टूबर (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की पहल पर खुद के आशियाने में त्योहार मनाने का फ्लैट खरीदारों का सपना तेजी से पूरा हो रहा है। विगत 26 जुलाई से अब तक 3016 से अधिक खरीदारों के नाम फ्लैटों की रजिस्ट्री हो चुकी है। इससे निबंधन विभाग को लगभग 86.81 करोड़ रुपये की आमदनी भी हुई है। दरअसल, एसटीएफ की नोएडा इकाई के अंतर्गत चार जिले गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर आते हैं। एसटीएफ इन चार जिलों में संगठित अपराध की कमर तोड़ने का काम करती है। फिलहाल इसका अस्थाई कार्यालय सूरजपुर कोतवाली परिसर में बना हुआ है। एसटीएफ से लंबे समय से ग्रेटर नोएडा में प्रषासनिक भवन और ट्रांजिट हॉस्टल के लिए जमीन के लिए प्रयास कर रहा था। उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता 'नंदी’ के निर्देश पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने बीजेडपी एरिया में (भूखंड संख्या -एफ 06बी) 3000 वर्ग मीटर जमीन आवंटित कर दी है। इसकी सबलीज डीड जल्द होने जा रही है। इसके बाद नक्शा स्वीकृत कराकर एसटीएफ इस पर प्रशासनिक भवन और ट्रांजिट हॉस्टल का निर्माण कराएगा।
एसटीएफ को 3000 वर्ग मीटर जमीन आवंटन से प्राधिकरण को भी लगभग 6.61 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त होगा। इस बारे में एसटीएफ के अधिकारियों का कहना कि ग्रेटर नोएडा में स्थाई प्रशासनिक भवन और ट्रांजिट हॉस्टल बन जाने अपराधियों के खिलाफ और प्रभावी ढंग से कार्रवाई करने में मदद मिलेगी।
वहीं, ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार का कहना है कि संगठित अपराध को रोकने में एसटीएफ अहम रोल निभा रहा है। ग्रेटर नोएडा में एसटीएफ का प्रशासनिक भवन और ट्रांजिट हॉस्टल बनने से न सिर्फ गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, हापुड़ और बुलंदशहर, बल्कि प्रदेशभर में अपराधियों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी।
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