गाजा, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। स्वास्थ्य मंत्रालय की एक रिपोर्ट में कहा गया कि 7 अक्टूबर को इजरायल-हमास युद्ध शुरू होने के बाद मंगलवार तक गाजा में कम से कम 19,453 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई है।मंत्रालय के अनुसार, कुल मौतों में 70 प्रतिशत महिलाएं और बच्चे हैं। इसके अलावा, कुल 52,286 फिलिस्तीनी घायल हुए हैं, जबकि कई अन्य अज्ञात हैं।
मीडिया को दी गई जानकारी में मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल-केदरा ने कहा कि गाजा पट्टी से 5,000 घायल लोगों को निकालने की तत्काल आवश्यकता है ताकि वे युद्धग्रस्त क्षेत्र के बाहर इलाज प्राप्त कर सकें।
मंगलवार तक, गाजा पट्टी के 36 अस्पतालों में से केवल आठ ही चालू हैं और नए मरीजों को भर्ती करने में सक्षम हैं, हालांकि सेवाएं सीमित हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि दक्षिणी गाजा पट्टी में आश्रय स्थलों में स्वास्थ्य और मानवीय स्थिति बीमारियों के फैलने और स्वास्थ्य देखभाल की कमी के कारण विनाशकारी है।
उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से अस्पतालों के संचालन को फिर से शुरू करने के लिए हमास-नियंत्रित क्षेत्र को दवाएं और ईंधन प्रदान करने का आह्वान किया है, जिन्होंने इजरायल के हमलों और घेराबंदी के कारण अपनी सेवाएं निलंबित कर दी हैं।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार गाजा में लगभग 1.9 मिलियन लोग या लगभग 85 प्रतिशत आबादी के आंतरिक रूप से विस्थापित होने का अनुमान है, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जो कई बार विस्थापित हो चुके हैं।
इस बीच इजरायल में मरने वालों की संख्या 1,200 से अधिक हो गई, जिसमें 36 बच्चे भी शामिल हैं।
इजरायली अधिकारियों के अनुसार, अधिकांश मौतें 7 अक्टूबर को हमास द्वारा बड़े पैमाने पर हमला शुरू करने के कुछ ही घंटों बाद हुई।
समाप्त हो चुके मानवीय विराम (24 से 30 नवंबर) के दौरान, 86 इजरायली और 24 विदेशी नागरिक बंधकों को रिहा कर दिया गया।
इजरायली अधिकारियों का अनुमान है कि गाजा में लगभग 129 लोग बंदी हैं, जिनमें विदेशी भी शामिल हैं।
16 से 18 दिसंबर के बीच गाजा में भीषण लड़ाई के कारण कम से कम 10 इजरायली सैनिक मारे गए, जिसमें एक सैनिक भी शामिल था, जिसकी 14 दिसंबर को लगी चोटों के कारण मौत हो गई थी।
इजरायली सेना के अनुसार 27 अक्टूबर को जमीनी कार्रवाई शुरू होने के बाद से गाजा में 129 सैनिक मारे गए हैं और 704 घायल हुए हैं।
--आईएएनएस
एमकेएस/एबीएम