नई दिल्ली, 14 फरवरी (आईएएनएस)। पिछले छह दिनों से हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में अनशन पर बैठे जेओए-आईटी और अन्य विभिन्न पोस्ट कोड के अभ्यर्थियों ने बुधवार को विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन शिमला के चौड़ा मैदान में विरोध प्रदर्शन किया। सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते अभ्यर्थियों को चौड़ा मैदान में ही पुलिस ने बैरिकेड्स लगाकर रोका। अभ्यर्थियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि जल्द रिजल्ट घोषित नहीं किया गया, तो वह आमरण अनशन की ओर बढ़ेंगे।
प्रदर्शन कर रहे अभ्यर्थियों का कहना है कि विभिन्न पोस्ट कोड के तहत उनकी लंबित पड़ी भर्तियों के रिजल्ट को सरकार जल्द से जल्द निकाले। युवाओं का कहना है कि इनका रिजल्ट 4 से 5 साल से लंबित पड़ा हुआ है और वह लगातार सरकार से रिजल्ट जारी करने की मांग कर रहे हैं। सरकार आश्वासन दे रही है और केवल कमेटियां बना रही है।
अभ्यर्थियों का कहना है कि रिजल्ट की देरी से युवाओं के कई साल बर्बाद हो रहे हैं और ऐसे कई युवा हैं, जिनकी आयु सीमा नौकरियों की भर्ती के लिए खत्म हो रही है। यह बेरोजगार युवा सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि इस मामले को सरकार प्राथमिकता से निपटाए और सरकार की ओर से बनाई गई कमेटी में भी जल्द फैसले लिए जाएं।
युवाओं का कहना है कि वह कई सालों से भर्ती का इंतजार कर रहे हैं। अब वह और उनके परिवार के लोग निराश हो चुके हैं, ऐसे में वह अपनी मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन करते रहेंगे। सरकार रिजल्ट घोषित कर दे या उन्हें जहर देकर मार डाले या फिर जेल में डाल दे। यदि सरकार जल्द रिजल्ट घोषित नहीं करती है तो वे अपना प्रदर्शन जारी रखेंगे और आमरण अनशन की ओर बढ़ेंगे।
--आईएएनएस
एसके/एबीएम