मेंढर,10 अक्टूबर (आईएएनएस)। देशभर में शारदीय नवरात्रि धूमधाम से मनाया जा रहा है। वहीं, इसके दौरान जगह-जगह पर रामलीलाओं का मंचन भी किया जा रहा है साथ ही दशहरा पर्व को धूमधाम से मनाने लिए रावण, मेघनाद और कुंभकरण के पुतले तैयार किए जा रहे हैं। दशहरा पर्व को देखते हुए मेंढर में भी रावण का पुतला तैयार किया जा रहा है। यहां रावण का पुतला बनाने के लिए गाजियाबाद से मुस्लिम कारीगर मेंढर पहुंचे हैं।
गाजियाबाद से मेंढर रावण का पुतला बनाने आए मोहम्मद शाहिद ने कहा, यहां के लोग बहुत अच्छे हैं, हिन्दू-मुस्लिम के बीच काफी प्यार है। यहां पर ऐसा नहीं लगा कि हम अपने घर से दूर हैं। हम देश के अंतिम छोर से सभी को संदेश देना चाहते हैं कि सभी धर्म के लोग आपस में मिलजुलकर रहें जैसे की मेंढर के लोग रहते हैं। यहां पर प्रशासन भी काफी सहयोग करता है। कारीगर ने बताया कि इससे पहले वह फरीदाबाद में भी रावण के पुतले बना चुके हैं। उनके पूर्वज भी रावण के पुतले बनाते थे।
मुस्लिम महिला कारीगर इमराना ने कहा मुझे यहां आकर काफी अच्छा लग रहा है। यहां की जमीन बहुत अच्छी है। यहां के लोग बहुत अच्छे हैं, सभी मिल-जुलकर रहते हैं। हम रावण के पुतले बनाकर उसे जलाते हैं, लेकिन समाज में और हमारे अंदर जो असली रावण है, उसे मिटाना सबसे जरूरी है। सभी महिलाएं सीता मां की तरह हैं, उनकी रक्षा करनी चाहिए। राम और लक्ष्मण की तरह हमें बनना चाहिए।
स्थानीय निवासी राहुल शर्मा ने कहा, हमारे यहां पिछले 50 वर्षों से दशहरा का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। हमारे यहां गाजियाबाद से मोहम्मद शाहिद रावण का पुतला बनाने के लिए आते हैं। वह पिछले तीन वर्षों से यहां आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान से सटा हुआ यह इलाका है और यहां पर हिन्दू-मुस्लिम सभी मिलकर रहते हैं।
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