लखनऊ, 25 अगस्त(आईएएनएस)। नगरीय परिवहन को सुगम, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पांच कालीदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास से गुरुवार को लखनऊ और कानपुर के लिए 42 इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाई। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये इलेक्ट्रिक बसें इन दोनों शहरों की मेट्रो सेवा का आधार बनेंगी। मुख्यमंत्री योगी ने नैमिषारण्य के महात्म्य जिक्र करते हुए कहा कि जल्द ही हम लखनऊ से नैमिष के लिए हेलीकॉप्टर की सेवा भी शुरू करेंगे।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि नगरीय क्षेत्रों में ध्वनि और वायु प्रदूषण से मुक्त परिवहन सेवा, समय की मांग है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश में तेजी के साथ हमें पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा उपलब्ध कराने में सफलता प्राप्त हुई है। आज उसी श्रृंखला में प्रदेश के दो महानगरों के लिए इलेक्ट्रिक बस सेवा का शुभारंभ किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि विगत पांच वर्ष में प्रदेश के अंदर मेट्रो के संचालन में भी हमें सफलता प्राप्त हुई है। आज देश में सर्वाधिक मेट्रो का संचालन कोई राज्य कर रहा है तो वह उत्तर प्रदेश है। जिसके पांच शहरों में मेट्रो चल रही है और आगरा में कार्य तेजी के साथ आगे बढ़ रहा है। ये इलेक्ट्रिक बसें इन दोनों शहरों की मेट्रो सेवा का आधार बनेंगी।
योगी ने कहा कि पिछले पांच वर्ष के अंदर नगर विकास विभाग ने नगरीय सुविधाओं को पूरे प्रदेश के अंदर बेहतरीन तरीके से आगे बढ़ाया है। देश के अंदर जिन सौ शहरों को स्मार्ट सिटी के तौर पर विकसित किया जा रहा है उनमें से 10 उत्तर प्रदेश में हैं। स्मार्ट सिटी मिशन के अंतर्गत प्रदेश के जिन दो शहरों में सबसे अच्छा कार्य हुआ है उनमें वाराणसी और आगरा है, ये दोनों शहर स्मार्ट सिटी मिशन के टॉप 10 की सूचि में भी शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य स्मार्ट सिटी मिशन के तहत हम प्रदेश के सात नगर निगम को विकसित कर रहे हैं। इसके अंतर्गत इन नगर निगमों में बनाए गए इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईटीएमएस) के माध्यम से कोरोना काल खंड में नगरीय क्षेत्र में ही नहीं बल्कि पूरे जनपद में कोविड प्रबंधन में हमें काफी मदद मिली।
योगी ने नैमिषारण्य के महत्व को बताते हुए कहा कि नैमिष भारत की वैदिक और पौराणिक ज्ञान की आधार भूमि है। श्रवण परम्परा से वैदिक ज्ञान को लिपिबद्ध करने का श्रेय नैमिषारण्य को जाता है। नैमिष भारत के वैदिक ज्ञान की वह धरोहर है जो मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के विजन के अनुरूप 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत मिशन प्रारम्भ हुआ। उस समय उत्तर प्रदेश के लिए इस लक्ष्य को प्राप्त कर पाना दूर की कौड़ी थी, लेकिन आज यह सपना साकार हुआ है। प्रदेश के नगर निकाय स्वच्छ दिखाई दे रहे हैं। स्वच्छता, शुद्ध पेयजल की आपूर्ति और बुनियादी सुविधाओं को बेहतरीन करने की दिशा में जो प्रयास हुए हैं इसने तमाम वेक्टर जनित रोगों को नियंत्रित करने में भी हमें सफलता मिली है।
योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत विगत पांच वर्ष में नगरीय क्षेत्रों में 17 लाख गरीबों को घर देने में हम सफल रहे। स्वच्छ भारत मिशन के तहत हमने लगभग 9 लाख शौचालय उपलब्ध करवाए हैं।
योगी ने कहा कि गोरखपुर के अपने दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि जब मैं वहां गया और आम लोगों से पूछा कि क्या इलेक्ट्रिक बसें ठीक चल रहीं हैं तो लोगों ने सराहना करते हुए कहा कि हां ये बहुत अच्छी सुविधा है। लोग और बसों के संचालन की मांग करने लगे। जब कॉमन मैन आपके कार्यों की सराहना करने लगे तो समझ जाइए की आप सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
--आईएएनएस
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