नई दिल्ली, 21 अगस्त (आईएएनएस)। एम्स दिल्ली के 48 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि देश में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का कोई विकल्प नहीं है। इस प्रमुख संस्थान ने वैश्विक मान्यता अर्जित की है। इस अवसर पर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया, एम्स निदेशक एम श्रीनिवास और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि मुझे लगता है कि मैं दर्जनों बार एक मरीज के रूप में यहां आया हूं। यहां के डॉक्टरों का समर्पण अद्वितीय है। क्या आप रोगी के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, भागीदारी और समर्पण को हरा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि किसी संस्थान की ताकत उसके कर्मचारी होते हैं, मैं उन सभी कर्मचारियों और आज डिग्री लेने वाले छात्रों को शुभकामनाएं देता हूं।
धनखड़ ने आगे कहा कि आप अपने पूरे जीवन में उस शिक्षक को याद रखेंगे, जिन्होंने आपको पढ़ाया, क्योंकि उन्होंने आपको मार्गदर्शन दिया है। मुझे यकीन है कि आप उन्हें कभी निराश नहीं करेंगे।
उपराष्ट्रपति ने कोविड महामारी का जिक्र करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों की सराहना की।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि जब हर कोई महामारी की चुनौतियों का सामना कर रहा था तो हमारे स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं ने जोखिम उठाया और हमारी रक्षा के लिए आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए उपराष्ट्रपति ने कोविड लॉकडाउन का जिक्र करते हुए कहा कि दुनिया में किसी ने भी व्यापक भागीदारी की रणनीति के बारे में नहीं सोचा जैसा कि प्रधानमंत्री ने किया। पूरे देश ने इसमें सहयोग किया। इससे कोविड को रोकने और उससे निपटने के सभी मोर्चों पर सकारात्मक परिणाम मिले।
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