नई दिल्ली, 19 सितम्बर (आईएएनएस)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय वित्त निगम (आईएफसी) से अगले एक से दो वर्षो में 2-2.5 अरब डॉलर और अगले तीन से चार वर्षो में 3-3.5 अरब डॉलर तक उधार देने की भारत की उम्मीदों को रेखांकित किया। उन्होंने आईएफसी के प्रबंध निदेशक मुख्तार दीप के साथ अपनी बैठक के दौरान इन उम्मीदों को उठाया।
वित्त मंत्रालय ने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में कहा, डायओप ने भारत में विशेष रूप से माइक्रो स्मॉल और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई), बुनियादी ढांचे और जलवायु प्रबंधन के क्षेत्रों में आईएफसी के ऋण पदचिह्न् पर चर्चा की।
उन्होंने भारत में विस्तार की आईएफसी की भावना को साझा किया और कहा कि निकाय देश में निवेश बढ़ाने के लिए एक सक्रिय ²ष्टिकोण अपनाएगा और एक विनिर्माण केंद्र बनने के लिए भारत के प्रयासों के पूरक के लिए क्षमता निर्माण को सक्षम करने के लिए एमएसएमई को वित्तपोषण प्रदान करेगा।
डीओप ने सतत विकास के लिए उप-राष्ट्रीय वित्तपोषण की तलाश करने और महिला उद्यमियों के लिए वित्तपोषण जुटाने की क्षमता पर जोर दिया।
आईएफसी एक अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थान है जो कम विकसित देशों में निजी क्षेत्र के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए निवेश, सलाहकार और परिसंपत्ति प्रबंधन सेवाएं प्रदान करता है। यह विश्व बैंक समूह का सदस्य है और इसका मुख्यालय वाशिंगटन डी.सी. में है।
--आईएएनएस
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