नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आईएएनएस)। भारतीय मध्य-बाजार उद्यमों (एमएमई) को क्लाउड में निर्बाध रूप से स्थानांतरित करने में मदद करने के लिए, उद्यम सॉफ्टवेयर प्रमुख एसएपी इंडिया ने मंगलवार को एक इमर्सिव मोबाइल एक्सपीरियंस सेंटर लॉन्च किया।45 दिनों में, एसएपी बस शहरों में 7,000 किलोमीटर से अधिक की यात्रा करेगी, छोटे और मध्यम उद्यमों (एसएमई) को एक झलक पेश करेगी कि कैसे क्लाउड-आधारित डिजिटल कोर उद्यमों की योजना बनाने और अधिक तेजी से अनुकूलित करने में मदद कर सकता है।
एसएपी भारतीय उपमहाद्वीप के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक कुलमीत बावा ने आईएएनएस को बताया, एसएपी इंडिया पहले से ही देश में मध्य-बाजार उद्यमों को सशक्त बना रहा है और डिजिटल परिवर्तन की जरूरत कई गुना बढ़ रही है, हम भारतीय एसएमई को बुद्धिमान, टिकाऊ उद्यमों में बदलने के लिए और सशक्त बनाएंगे।
उद्योग के दिग्गज बावा ने इस बात पर जोर दिया कि महामारी ने उद्योगों में और बड़े उद्यमों से लेकर स्टार्टअप तक क्लाउड यात्रा को तेज कर दिया है, हर संगठन क्लाउड को अपने ग्राहक वितरण अनुभवों के मूल में रखना चाहता है।
आईडीसी की एक हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 में 74 प्रतिशत भारतीय मध्य-बाजार उद्यमों के क्लाउड में एप्लिकेशन स्थानांतरित करने की संभावना है।
भारतीय एसएमई भारत के सकल घरेलू उत्पाद में 30 प्रतिशत से अधिक का योगदान करते हैं।
एसएपी इंडिया ने कहा कि हर किलोमीटर बस यात्रा के लिए कार्बन फुटप्रिंट की भरपाई के लिए एक पौधा लगाएगी।
जलवायु परिवर्तन को कम करने और भारत को अपने सतत लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता के लिए 7,000 से अधिक पौधे लगाए जाएंगे।
कंपनी ने कहा कि वह अगली पीढ़ी के युवाओं को उभरती प्रौद्योगिकियों से परिचित कराने के लिए उद्योग-अकादमिक साझेदारी को भी बढ़ावा देगी ताकि उन्हें भविष्य के लिए तैयार किया जा सके।
--आईएएनएस
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