दिल्ली, 1 सितंबर (आईएएनएस)। भारत-पाकिस्तान व्यापार को फिर से शुरू करने की जिम्मेदारी इस्लामाबाद की है, जिसने 2019 में एकतरफा वाणिज्यिक संबंधों को तोड़ दिया। पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने इस सप्ताह की शुरूआत में कहा था कि व्यापार और मानवीय सहायता दोनों के मुद्दों परध्यान केंद्रित किया गया है कि इस्लामाबाद भारत से सब्जियों और खाद्य पदार्थों के आयात पर विचार कर सकता है, ताकि बाढ़ के कारण होने वाली कमी से निपटने के लिए, जिसमें 1,000 से अधिक लोग मारे गए हैं और 33 लाख प्रभावित हैं।
हालांकि, पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ की मंगलवार को एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान की गई टिप्पणी, जिसमें कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए व्यापार की बहाली को जोड़ा गया था, भारत के पक्ष में अच्छा नहीं रहा है।
साप्ताहिक मीडिया ब्रीफिंग में जब उनसे मानवीय सहायता और व्यापार के मुद्दों के बारे में पूछा गया तो विदेश मंत्रालय के प्रवक्ताअरिंदम बागची गैर-प्रतिबद्ध थे।
बागची के मुताबिक पाकिस्तान में आई बाढ़ के बारे में, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बाढ़ से हुई तबाही पर अपना दुख साझा किया है। आपने उनकी टिप्पणियां देखी हैं। उन्होंने पीड़ितों के परिवारों, घायलों और प्राकृतिक आपदा से प्रभावित सभी लोगों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की है। फिलहाल, सहायता के मुद्दे पर मुझे बस इतना ही कहना है।
--आईएएनएस
अनिल सिंह/एएनएम