रायपुर, 5 नवंबर (आईएएनएस)। देश में मिनी नियाग्रा के तौर पर छत्तीसगढ़ के बस्तर इलाके के चित्रकूट को पहचाना जाता है। इन दिनों यह इलाका खास चर्चाओं में है।यहां से विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक बैज मैदान में हैं और वे विधानसभा चुनाव में जीत की हैट्रिक बनाने की तैयारी में हैं।चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र वह इलाका है जहां वॉटरफॉल है और इसी कारण इस इलाके को मिनी नियाग्रा भी कहा जाता है। इतना ही नहीं इस क्षेत्र से पौराणिक कथाओं का भी नाता है। कहा जाता है कि भगवान राम वनवास के दौरान इस क्षेत्र से होकर गुजरे थे। यहां के दो स्थानों को राम गमन पथ योजना में शामिल किया गया है।
चित्रकूट विधानसभा की बात करें तो कांग्रेस के दीपक बैज वर्ष 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने में सफल हुए थे और बाद में पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें मैदान में उतारा था, जिसमें उन्हें सफलता मिली थी। अब पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव लड़ाया है।
अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित इस सीट पर दीपक बैज का मुकाबला विनायक गोयल से है जो भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार हैं।
राज्य के गठन के बाद इस विधानसभा क्षेत्र में चार विधानसभा चुनाव हुए हैं। पहले दो चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की तो उसके बाद दो विधानसभा चुनाव में दीपक बैज सफल रहे। यह तीसरा ऐसा मौका है जब बैज चुनाव मैदान में हैं और वह इस बार जीत दर्ज कर हैट्रिक बनाने की तैयारी में हैं।
एक तरफ जहां कांग्रेस जीत के लिए पूरा जोर लगाए हुए है, वहीं दूसरी ओर भाजपा भी कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इस विधानसभा क्षेत्र में भाजपा भी पहले जीत चुकी है। मुकाबला रोचक है और दोनों ही दल जोर लगाने में पीछे नहीं हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चित्रकूट विधानसभा क्षेत्र दोनों ही प्रमुख दलों -- कांग्रेस और भाजपा के लिए महत्वपूर्ण है। कांग्रेस जहां इस इलाके से जीत दर्ज करना चाहती है ताकि दीपक बैज हैट्रिक बनाएं, वहीं भाजपा की कोशिश है कि कांग्रेस का गढ़ बन चुके इस क्षेत्र को ढहाया जाए।
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