रांची, 3 जनवरी (आईएएनएस)। झारखंड में सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों की बैठक में तय हुआ कि सीएम हेमंत सोरेन सीएम के पद पर बने रहेंगे। विधायकों ने उनके नेतृत्व के प्रति एकजुटता व्यक्त की है। सभी ने एक स्वर में कहा कि ईडी जैसी एजेंसियों के जरिए सरकार को अस्थिर करने की साजिश का जमकर मुकाबला किया जाएगा। विधायकों ने कहा कि वे सीएम हेमंत सोरेन के हर फैसले के साथ खड़े हैं। हेमंत सोरेन ने गठबंधन के विधायकों से कहा कि वे इस्तीफा नहीं देने जा रहे हैं। सरकार का चेहरा बदलने की जो बातें मीडिया में चल रही है, उस पर ध्यान देने की जरूरत नहीं है। विपक्ष के लोग हवा में बातें उछाल रहे हैं। उनका मकसद सिर्फ यही है कि सरकार को कमजोर किया जाए, लेकिन हमलोग हर परिस्थिति का डटकर मुकाबला करेंगे। केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई हम लोगों के लिए कोई नई बात नहीं है। चुनावी वर्ष आया है तो इस तरह की गतिविधियां और बढ़ेंगी। हम कानूनी और राजनीतिक हर मोर्चे पर मुकाबला करेंगे और पांच साल का कार्यकाल पूरा कर फिर से सरकार बनाएंगे।
बुधवार शाम सीएम आवास में आयोजित बैठक में झामुमो, कांग्रेस और राजद के 43 विधायक उपस्थित रहे। बैठक समाप्त होने के बाद सीएम हाउस से बाहर निकले कांग्रेस विधायक प्रदीप यादव ने सरकार का नेता बदलने के बारे में पूछे जाने पर कहा कि हेमंत सोरेन सीएम हैं और वह सीएम रहेंगे, बैठक में 43 विधायक मौजूद रहे।
मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा हेमंत सोरेन हमारे सर्वमान्य नेता हैं। वही मौजूद रहेंगे। पत्रकारों ने जब पूछा कि फिर यह विधायक दल की बैठक क्यों ? इस पर उन्होंने कहा नये साल में हम सभी मिले हैं। गठबंधन में शामिल सभी दलों के विधायकों से मिले और मिठाइयां खाई है।
झामुमो विधायक मथुरा महतो ने कहा सरकार पर कोई संकट नहीं है। सीएम हेमंत सोरेन हैं और वही बरकरार रहेंगे, इस्तीफे की बात सही नहीं है। जैसा है वैसा चलता रहेगा।
गौरतलब है कि गांडेय के झामुमो विधायक सरफराज अहमद द्वारा 31 दिसंबर को विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा देने और सीएम हेमंत सोरेन पर ईडी की कार्रवाई की संभावना के बीच सरकार में नेतृत्व परिवर्तन की चर्चा पिछले तीन दिनों से जोर-जोर से चल रही है।
इस बात की भी जोरदार चर्चा रही है कि सीएम हेमंत की जगह उनकी पत्नी कल्पना सोरेन सत्तारूढ़ गठबंधन की नई नेता बनाई जाएंगी। हालांकि, सत्तारूढ़ गठबंधन ने इस चर्चा को एक बार फिर खारिज किया है।
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