नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (आईएएनएस)। भारत में इस साल की तीसरी तिमाही में स्मार्टफोन की बिक्री में 4.46 करोड़ की गिरावट दर्ज की गई है, जो पिछले साल की तुलना में 6 फीसदी कम है।मार्केट रिसर्च फर्म कैनालिस की एक रिपोर्ट के अनुसार, शाओमी ने 92 लाख यूनिट्स के साथ पहले स्थान पर कब्जा किया, क्योंकि त्योहारी सीजन से पहले जुलाई की ऑनलाइन बिक्री से ब्रांड को फायदा हुआ।
सैमसंग 81 लाख शिपमेंट के साथ दूसरे स्थान पर आया। जबरदस्त ऑफर और प्रचार के कारण मिड-हाई-एंड कैटेगिरी में मजबूत गति देखी गई।
विवो और ओप्पो क्रमश: 73 लाख और 71 लाख यूनिट की शिपिंग करते हुए तीसरे और चौथे स्थान पर पहुंचे, जबकि रियलमी 62 लाख शिपिंग के साथ पांचवें स्थान पर आ गया।
विश्लेषक संयम चौरसिया ने कहा, मुद्रास्फीति से प्रभावित एंट्री लेवल डिवाइस योगदान में इस साल गिरावट आई, जबकि मिड-टू-हाई ने प्रचार के लिए अपेक्षाकृत अच्छा प्रदर्शन किया। ओप्पो के वनप्लस और वीवो के आईक्यूओ इस अवधि के दौरान ई-कॉमर्स चैनल में मिड-रेंज ग्रोथ को बढ़ावा देने वाले दो ब्रांड थे।
अल्ट्रा-प्रीमियम कैटेगरी के स्मार्टफोन, खासतौर से ओल्डर जनरेशन के फ्लैगशिप की भी कीमतों में कटौती के बीच ज्यादा डिमांड देखी गई।
सैमसंग ने अपने ओल्डर जनरेशन के गैलेक्सी जेड फोल्ड3 और लेटेस्ट गैलेक्सी एस22 सीरीज पर ऑनलाइन और ऑफलाइन चैनलों पर भारी छूट की पेशकश की।
चौरसिया ने कहा, इसी तरह, भारी छूट के चलते आईफोन 13 की मांग ने लेटेस्ट आईफोन 14 को पीछे छोड़ दिया।
5जी डिवाइस लोकप्रियता में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं। सभी डिवाइस एएसपी वृद्धि और बिक्री राजस्व का समर्थन कर रहे हैं।
विश्लेषक ने कहा, अगले कुछ सालों में वेंडर्स के लिए अपने 5जी पोर्टफोलियो को स्मार्टफोन अपग्रेडर्स तक पहुंचाने का यह सही समय है, क्योंकि ऑपरेटर टियर 1 शहरों में 5जी सेवाएं शुरू कर रहे हैं। एंट्री लेवल ब्रांड भी 5जी अवसरों को भुनाने की कोशिश कर रहे हैं।
--आईएएनएस
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