कोलकाता, 1 नवंबर (आईएएनएस)। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में गुरुवार की रात तृणमूल कांग्रेस के दो विधायकों को अलग-अलग घटनाओं में उनकी ही पार्टी के कार्यकर्ताओं ने घेरकर पीटा।पहले मामले में जिले की संदेशखाली विधानसभा सीट से विधायक सुकुमार महतो पर हमला हुआ। उनके सहयोगियों ने बताया कि स्थानीय हतगचा पंचायत के उपमुखिया अब्दुर कादिर मुल्ला के साथ बदमाशों के एक समूह ने अचानक विधायक की कार को घेर लिया और उनकी पिटाई कर दी।
महतो के एक सहयोगी ने कहा, "बदमाशों ने विधायक को धक्का दिया। उन्हें रोकने की कोशिश करने पर उन्होंने उनके सहयोगियों को भी पीटा। वे सभी अब्दुर कादिर मुल्ला के करीबी लोग थे।
बताया जाता है कि मुल्ला संदेशखाली के निलंबित तृणमूल नेता शेख शाहजहां का विश्वासपात्र है। शेख शाहजहां इस समय न्यायिक हिरासत में है। उस पर इस साल की शुरुआत में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों पर हमला करने, संदेशखाली की महिलाओं के यौन उत्पीड़न और स्थानीय लोगों की भूमि पर जबरन कब्जे के आरोप हैं।
हालांकि, मुल्ला ने महतो पर हमले के आरोपों को खारिज कर दिया है।
गुरुवार रात को ऐसी ही एक घटना में उत्तर 24 परगना जिले मीनाखान से तृणमूल कांग्रेस विधायक ऊषा रानी मंडल और उनके पति मृत्युंजय मंडल पर पार्टी कार्यकर्ताओं ने हमला किया। घटना उस समय हुई जब वह काली पूजा के अवसर पर एक कार्यक्रम से लौट रही थीं। विधायक को पैरों पर चोट आई है।
उन्होंने हमले का आरोप स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेता अब्दुल खालिक मुल्ला और उसके सहयोगियों पर लगाया है। विधायक ने बताया कि उनके एक सहयोगी को काफी चोटें आई हैं। उसका कोलकाता के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
हालांकि, अब्दुल खालिक मुल्ला ने आरोपों से इनकार किया है। उन्होंने दावा किया कि विधायक के सहयोगियों ने पहले उन पर हमला किया। उन्होंने कहा, "विधायक पर लंबे समय से आरोप है कि भाजपा के साथ उनके गुपचुप संबंध हैं। इस मामले में उनके कई सहयोगियों को पार्टा से निकाला जा चुका है।"
--आईएएनएस
एकेजे/एबीएम