iGrain India - नई दिल्ली । दक्षिण-पश्चिम मानसून अब पूरे देश में पहुंच चुका है जिसमे पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान भी शामिल है। पूर्वी भारत में बिहार, बंगाल एवं झारखंड के कई इलाकों में मानसून सक्रिय है और पिछले तीन दिन से रूककर मूसलाधार वर्षा हो रही है।
पश्चिमोत्तर भारत में भी मानसून की बारिश होने की सूचना मिल रही है। दिल्ली एनसीआर में आसमान पर घने बादल छाए हुए। दक्षिणी राज्यों में भी वर्षा हो रही है।
इस वर्ष मानसून समूचे देश में नियत तिथि से 6 दिन पहले पहुंच गया। यह लगातार तीसरा वर्ष है जब मानसून ने नियत समय से पहले सम्पूर्ण देश को कवर किया है।
इसी तरह वर्ष 2011 से 2024 तक सात बार ऐसा हुआ है जब नियत तिथि से पूर्व ही मानसून भारत में पहुंच गया। इससे पूर्व यह 2005 में 30 जून को, 2007 में 4 जुलाई को, 2009 में 3 जुलाई को, 2010 में 6 जुलाई को, 2013 में 16 जून कोम 2015 में 26 जून को, 2018 में 29 जून को, 2020 में 26 जून को तथा 2022, 2023 एवं 2024 में 2 जुलाई को समूचे देश में पहुंचा था।
मौसम विभाग के अनुसार प्रशांत महासगार में अलनीनो मौसम चक्र समाप्त हो चुका है और अभी न्यूट्रल फेज चल रहा है। इसके बाद ला नीना मौसम चक्र का आगमन अगस्त-सितम्बर से हो सकता है जिसे आमतौर पर मौसम तथा मानसून का हितैषी माना जाता है।
जुलाई से सितम्बर 2024 के दौरान देश के विभिन्न भागों में भारी वर्षा होने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है जिससे खरीफ फसलों की बिजाई एवं प्रगति में अच्छी सहयता मिलेगी। अक्टूबर से खरीफ फसलों की कटाई-तैयारी का सीजन औपचारिक तौर पर शुरू हो जाता है।