रांची, 4 सितंबर (आईएएनएस)। आजसू पार्टी के सुप्रीमो सुदेश महतो ने बुधवार को प्रदेश सरकार पर जुबानी हमला किया। उन्होंने कांस्टेबल भर्ती की दौड़ में अभ्यर्थियों की मौत को लेकर कहा कि यह सरकार की बड़ी लापरवाही है।
उन्होंने कहा कि कहीं न कही सरकार ने भी मामले का संज्ञान लेकर दौड़ को रोका है। मैं हमेशा कहता हूं कि कोई भी घटना न घटे, इसके प्रयास होने चाहिए। घटना घटने के बाद प्रयास करना जीवंत सरकार का उदाहरण नहीं बनता है। जो भी एजेंसियां और विभाग इसके लिए काम कर रहे हैं, उन्हें इन चीजों पर बारीकी से ध्यान देने की जरूरत है।
सुदेश महतो ने कहा कि नौकरी में 450 पदों के लिए 4 लाख से अधिक लोग आए। इस पद की योग्यता 10वीं और 12वीं तक है, लेकिन देखिए कौन-कौन लोग आए हैं? ये कहीं न कहीं राज्य के हालात को दर्शाता है कि बेरोजगारी का स्तर क्या है? सिपाही भर्ती में 4.50 लाख लोग शामिल हो रहे हैं और उसमें भी ऐसे लोग हैं, जो व्हाइट कॉलर नौकरी के लिए तैयारी कर रहे थे। एमबीए, ग्रेजुएशन और अन्य डिग्री हासिल करने के बावजूद लोग सिपाही भर्ती में शामिल हो रहे है। यह उनकी मजबूरी है, इस सरकार ने उन्हें ऐसा करने पर मजबूर किया है। पीड़ित परिवार के प्रति सरकार के सिर्फ संवेदना के शब्द नहीं आने चाहिए। उन्हें सिर्फ सांत्वना देने के बजाय, उस परिवार के साथ खड़ा होना चाहिए।
वहीं, सीएम हेमंत सोरेन ने पीड़ित परिवार को मदद का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि मृतक और शोकाकुल परिवारों को सरकार की तरफ से तत्काल राहत पहुंचाने के लिए प्रस्ताव बनाने का निर्देश दिया गया है। युवाओं की असामयिक मृत्यु के कारणों की समीक्षा करने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों की समिति गठित की जा रही है। समिति को परामर्श रिपोर्ट देने का भी निर्देश दिया गया है, ताकि भविष्य में इस तरह के हादसे नहीं हों।
सोरेन ने एक्स पर लिखा, "एहतियातन अगले तीन दिनों के लिए हमने इस भर्ती प्रक्रिया को स्थगित करने का निर्देश दिया है। दौड़ का आयोजन अब प्रातः 9 बजे के बाद किसी भी सूरत में नहीं किया जाएगा। जिन अभ्यर्थियों को दौड़ के पूर्व स्वास्थ्य परीक्षण की जरूरत महसूस होगी, उनके लिए चिकित्सकों की पर्याप्त व्यवस्था होगी। प्रतियोगिता स्थलों पर प्रतिभागियों के लिए नाश्ते और फल की व्यवस्था होगी, ताकि कोई भूखे पेट दौड़ में हिस्सा न ले।"
बता दें कि झारखंड में उत्पाद विभाग में कांस्टेबल के 583 पदों पर भर्ती की प्रक्रिया चल रही है। इसके तहत पुरुष अभ्यर्थियों के लिए एक घंटे में 10 किलोमीटर और महिलाओं लिए 40 मिनट में पांच किलोमीटर की दौड़ पूरी करने की शर्त रखी गई है। पिछले 11 दिनों के दौरान दौड़ में शामिल 10 से ज्यादा युवाओं की मौत हो गई है, जबकि 300 से भी ज्यादा अभ्यर्थी बेहोश हुए हैं।
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