तिरुवनंतपुरम, 25 सितंबर (आईएएनएस)। केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन की "कार्यशैली" की सोमवार को किसी और ने नहीं, बल्कि माकपा के नेतृत्व वाली सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा सरकार की दूसरी सबसे बड़ी घटक भाकपा ने आलोचना की।भाकपा ने पार्टी काउंसिल की बैठक के दूसरे दिन सोमवार को अपनी ही सरकार की आलोचना की।
कुछ वक्ताओं ने प्रवर्तन निदेशालय द्वारा जांच शुरू करने के बाद विशेषकर त्रिशूर जिले के माकपा के नेतृत्व वाले बोर्डों में चल रहे सहकारी बैंक घोटालों का मुद्दा उठाया।
ईडी ने अब तक वरिष्ठ पार्टी विधायक और पूर्व राज्यमंत्री ए.सी.मोइदीन और पूर्व विधायक एम.के.कन्नन सहित माकपा के शीर्ष नेताओं को बुलाया है।
एक अन्य वक्ता ने जानना चाहा कि विजयन केरल और उसकी वास्तविक जरूरतों को दरकिनार करने के लिए केंद्र पर हमला करने में असमर्थ क्यों हैं, और एक अन्य ने सरकार की "फिजूलखर्ची" को खत्म करने का आह्वान किया।
पिछले कुछ दिनों में मीडिया में मुख्य रूप से विजयन के उपयोग के लिए अत्यधिक कीमत पर एक हेलीकॉप्टर किराए पर लेने की खबरें आ रही हैं, जबकि एक अन्य वक्ता ने बताया कि खासकर जब धन जारी करने की बात आती है , तो राज्य का वित्त विभाग भाकपा के मंत्रियों के प्रति प्रतिकूल रवैया अपनाता है।
सरकार पर यह हमला भले ही भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय की चार दीवारों के भीतर हुआ था, विजयन और उनकी कार्यशैली के खिलाफ पहली अभिव्यक्ति है, खासकर उनके खिलाफ कुछ आरोपों के मद्देनजर। अब सभी की निगाहें मंगलवार पर हैं, जब बैठक दोबारा शुरू होगी, क्योंकि एलडीएफ की संपर्क समिति की बैठक जल्द ही होनी है, जिसमें पूरे मोर्चे के शीर्ष नेता हिस्सा लेंगे।
--आईएएनएस
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