बेंगलुरु, 18 दिसंबर (आईएएनएस)। पड़ोसी राज्य केरल में कई लोगों के नए जेएन.1 वैरिएंट से संक्रमित होने के बाद कर्नाटक में कोविड-19 महामारी की आशंका फिर से उभर आई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग ने आपातकालीन स्थिति में चिकित्सा बुनियादी ढांचे की तैयारी सुनिश्चित करने के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में मॉक ड्रिल आयोजित करने का आदेश दिया है।
केरल से कर्नाटक के सीमावर्ती जिलों में लोगों की आवाजाही की निगरानी पर भी चिंता जताई गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने तीन लाख मेडिकल किट का ऑर्डर दिया है और राज्य में, विशेष रूप से सीमावर्ती क्षेत्रों और राज्य की राजधानी बेंगलुरु में रैपिड एंटीजन परीक्षणों (आरएटी) की संख्या में वृद्धि की है।
मॉक ड्रिल का आयोजन महामारी की स्थिति में बिस्तरों, कर्मचारियों, डॉक्टरों, ऑक्सीजन संयंत्रों के समुचित कार्य के साथ-साथ जरूरी दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए किया जा रहा है।
इस बीच, मैसूरु, चामराजनगर और केरल की सीमा से लगे दक्षिण कन्नड़ और उडुपी के तटीय जिलों के जिला आयुक्तों ने उभरती स्थिति से निपटने के लिए बैठकें की हैं।
दक्षिण कन्नड़ जिले के मंगलुरु शहर में हर दिन हजारों छात्र, व्यापारी और अन्य लोग आते हैं।
कर्नाटक के तटीय क्षेत्र में राजमार्गों के अलावा 20 से अधिक प्रवेश बिंदु हैं, और लक्षण वाले व्यक्तियों की निगरानी की अनुपस्थिति के बारे में चिंता जताई गई है।
अधिकारी बावली चेक पोस्ट से मैसूरु शहर तक यात्रियों की आवाजाही की निगरानी शुरू करने की तैयारी कर रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने कहा है कि मौजूदा स्थिति पर अनिश्चितता है।
हालांकि, अधिकारियों ने अभी तक लक्षणों वाले केरल के यात्रियों की स्क्रीनिंग के संबंध में निर्णय नहीं लिया है।
--आईएएनएस
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