iGrain India - महेंद्रगढ़ । हरियाणा की प्रमुख मंडियों में खरीफ कालीन ज्वार की अच्छी आवक हो रही है और सरकारी एजेंसियों एवं प्राइवेट फर्मों द्वारा इसकी खरीद भी की जा रही है।
हरियाणा के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग द्वारा जारी आंकड़ों से पता चलता है कि चालू खरीफ मार्केटिंग सीजन के दौरान राज्य की मंडियों में कुल मिलाकर 3,90,306 टन ज्वार की आवक हुई जिसमें से 3,87,071 टन की खरीद हो गई और 3236 टन की खरीद होना बाकी है। यह आज यानी 22 नवम्बर 2023 तक का आंकड़ा है।
खाद्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार समीक्षाधीन अवधि के दौरान हरियाणा के दो जिलों- महेंद्रगढ़ एवं रेवाड़ी में 86 हजार टन से अधिक ज्वार की आवक हुई। महेंद्रगढ़ में 86,439 टन तथा रेवाड़ी में 86,127 टन ज्वार की आपूर्ति हुई।
इसके अलावा भिवानी जिले में 58,939 टन, झज्जर में 38,286 टन, गुरुग्राम में 30,326 टन, चरखी दादरी में 39,047 टन, मेवात में 18,480 टन, हिसार में 12,052 टन, पलवल में 6592 टन, रोहतक में 6928 टन, सिरसा में 3448 टन, जींद में 2067 टन, पानीपत में 820 टन, फरीदाबाद में 521 टन एवं पंचकूला में 250 टन ज्वार की आवक दर्ज की गई।
सरकारी एजेंसियों द्वारा किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर इसकी खरीद की जा रही है। कुछ प्राकृतिक आपदाओं के बावजूद इस बार हरियाणा में ज्वार का बेहतर उत्पादन हुआ है और बाजार भाव नीचे होने से किसान सरकारी एजेंसी को अपना माल बेचने में ज्यादा दिलचस्पी दिखा रहे हैं।
हरियाणा में ज्वार की खरीद के लिए काफी अच्छी व्यवस्था की गई है और सभी प्रमुख उत्पादक जिलों में इसके लिए क्रय केन्द्र खोले गए हैं। व्यापार विश्लेषकों के मुताबिक सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर भारी मात्रा में खरीद किए जाने से ज्वार का भाव आगे मजबूत हो सकता है क्योंकि हाजिर बाजार में इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता घट जाएगी। औद्योगिक मांग के सहारे बाजार में कुछ तेजी आने की उम्मीद है।