साइबर मंडे डील: 60% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

खरीफ कालीन दलहनों का उत्पादन बढ़ाने हेतु अनेक उपायों पर विचार

प्रकाशित 24/06/2024, 06:30 pm
खरीफ कालीन दलहनों का उत्पादन बढ़ाने हेतु अनेक उपायों पर विचार

iGrain India - नई दिल्ली । केन्द्र सरकार घरेलू प्रभाग में खाद्य उत्पादों की आपूर्ति एवं उपलब्धता बढ़ाने तथा कीमतों में तेजी पर अंकुश लगाने के लिए अनेक नीतिगत उपाय लागू करने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है। पिछले सप्ताह सरकार ने तुवर,

देसी चना एवं काबुली चना पर भंडारण सीमा लागू कर दी जबकि अब ब्रांडेड भारत, दाल, चावल एवं आटा प्रोग्राम के तहत बिक्री बढ़ाने तथा खरीफ कालीन दलहनों की पैदावार में बढ़ोत्तरी करने हेतु आवश्यक  कदम उठाने का प्लान भी बना रही है। 

सरकार का ध्यान आगामी महीनों के दौरान दाल दलहन, चावल, आटा तथा प्रमुख सब्जियों के दाम में होने वाली वृद्धि को नियंत्रित करने पर केन्द्रित रहेगा।

चूंकि दाल-दलहन एवं प्याज का भाव बढ़कर काफी ऊंचे स्तर पर पहुंच गया है इसलिए किसनों को चालू खरीफ सीजन के दौरान इसका बिजाई क्षेत्र और उत्पादन बढ़ाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस बार मानसून की बरसात भी अच्छी होने वाली है जिससे उत्पादकों को दलहनों का बिजाई क्षेत्र बढ़ाने में काफी सुविधा मिलेगी। 

सनद रहे कि सरकार ने पिछले सप्ताह खरीफ कालीन दलहन फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में अच्छी बढ़ोत्तरी की थी। इसके तहत अरहर (तुवर) का समर्थन मूल्य 6.5 प्रतिशत बढ़ाकर 7550 रुपए क्विंटल नियत किया गया। उड़द का समर्थन मूल्य भी बढ़ाकर 7400 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया। मूंग के समर्थन मूल्य में 1.4 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई।

सरकार ने खरीफ कालीन दलहनों की खरीद सुनिश्चित करने के लिए नैफेड तथा एनसीसीएफ जैसी एजेंसियों की किसानों के रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया आरंभ करने का निर्देश दिया है।

दलहनों की खरीद इन पंजीकृत किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी। इससे दलहनों का बफर स्टॉक ऊंचा करने में मदद मिलेगी और आवश्यकता पड़ने पर बाजार में प्रभावी ढंग से हस्तक्षेप करना भी आसान हो जाएगा। अग्रिम रजिस्ट्रेशन से सराकर को उत्पादन का मोटा अनुमान लगाने और उसके अनुरूप रणनीति बनाने में सहायता मिलेगी।

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित