थाईलैंड और श्रीलंका ने आर्थिक विकास और बाजार के अवसरों को बढ़ाने के उद्देश्य से एक मुक्त व्यापार समझौता (FTA) में प्रवेश किया है। विश्व बैंक के अनुसार, शनिवार को हस्ताक्षरित यह समझौता श्रीलंका के गंभीर वित्तीय संकट से उबरने के प्रयासों का हिस्सा है, जिसमें पिछले साल देश की अर्थव्यवस्था में अनुमानित 3.8% की गिरावट देखी गई थी।
FTA में वस्तुओं का व्यापार, निवेश, सीमा शुल्क प्रक्रिया और बौद्धिक संपदा अधिकार सहित कई क्षेत्र शामिल हैं। इससे व्यापार संबंधों को बढ़ावा देकर और आर्थिक जुड़ाव के नए रास्ते खोलकर श्रीलंका की अर्थव्यवस्था को बहुत जरूरी प्रोत्साहन मिलने की उम्मीद है।
FTA के अलावा, राष्ट्रों ने एक नए द्विपक्षीय हवाई सेवा समझौते पर भी हस्ताक्षर किए हैं, जो उनके बीच हवाई सेवाओं को उदार बनाएगा, संभावित रूप से पर्यटन और व्यापार यात्रा को बढ़ाएगा।
थाई प्रधान मंत्री श्रेता थविसिन ने समझौतों को अंतिम रूप देने के लिए कोलंबो में एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया और रविवार को श्रीलंका के 76वें स्वतंत्रता दिवस समारोह में भाग लेंगे।
2021 में थाईलैंड और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय व्यापार का मूल्य लगभग 460 मिलियन डॉलर था। थाईलैंड में श्रीलंका के निर्यात में बड़े पैमाने पर चाय और कीमती पत्थर शामिल हैं, जबकि यह थाईलैंड से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, भोजन, रबर, प्लास्टिक और फार्मास्यूटिकल्स आयात करता है। नए समझौतों से इन व्यापार आंकड़ों का और विस्तार होने की उम्मीद है क्योंकि दोनों देश अपने आर्थिक संबंधों को मजबूत करना चाहते हैं।
रॉयटर्स ने इस लेख में योगदान दिया।
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