iGrain India - चंडीगढ़ । केन्द्रीय पूल में खाद्यान्न का सार्वधिक योगदान देने वाले राज्य पंजाब में एक तरह खरीफ कालीन धान की कटाई-तैयारी तो दूसरी ओर रबी कालीन गेहूं की बिजाई जोर शोर से हो रही है। सरकार ने गेहूं के उन्नत एवं प्रमाणित बीज पर 50 प्रतिशत की सब्सिडी देने की घोषणा की है। इस योजना का लाभ उठाने के इच्छुक किसानों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
राज्य कृषि विभाग को अब तक 1.09 लाख टन से अधिक किसानों से आवेदन प्राप्त हो चुका है। पंजाब के कृषि मंत्री के अनुसार विभाग के पोर्टल पर 8737 क्विंटल गेहूं बीज के 21842 इनवायस की अपलोडिंग पहले ही हो चुकी है।
गेहूं बीज के लिए सब्सिडी अधिकांश 5 एकड़ के लिए दी जा रही है। इसमें खासकर लघु एवं मध्यम श्रेणी तथा सीमांत किसानों को प्राथमिकता दी जा रही है मालूम हो कि 2.50 एकड़ जोत (भूमि) वालों को सीमांत किसान तथा 2.50 से 5 एकड़ तक जमीन वालों को छोटे किसान का दर्जा मिला हुआ है। प्रमाणित बीज 50 प्रतिशत की सब्सिडी या अधिकतम 1000 रुपए प्रति क्विंटल की दर से किसानों को प्रदान की जा रही है।
कृषि मंत्री के अनुसार इस योजना के लिए सर्वाधिक 11.589 किसानों का आवेदन फाजिल्का जिले से प्राप्त हुआ है जबकि संगरूर से 9894, भटिंडा से 9282, श्री मुक्तसर साहिब योजना का लाभ उठाने के लिए आवेदन किया है। इसी तरह अन्य जिलों से भी भारी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए हैं। पंजाब में गेहूं की बिजाई के लिए 15 नवम्बर तक का समय आदर्श माना जाता है।