लखनऊ, 26 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को उच्च स्तरीय बैठक में वृहद पौधरोपण अभियान-2024 की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी जुलाई 2024 के पहले सप्ताह में एक बार पुनः वृहद पौधरोपण का अभियान आयोजित होगा। हमारा लक्ष्य हो आगामी सत्र में कुल 35 करोड़ पौधे लगाए जाएं। एक दिन ऐसा नियत करें, जब एक दिन में उत्तर प्रदेश की कुल जनसंख्या के बराबर पौधे लगाए जाएंगे। यह बड़ा अभियान है, इसकी तैयारी प्रारंभ कर दें।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पर्यावरण संरक्षण के कार्यों को शीर्ष प्राथमिकता में लेते हुए विगत साढ़े छह वर्ष में 168.14 करोड़ से अधिक पौधे रोपने का कार्य किया है। स्टेट ऑफ फारेस्ट रिपोर्ट 2015 और 2021 क अनुसार प्रदेश के वनाच्छादन में 1,02,999 एकड़ की वृद्धि हुई है और वृक्षाच्छादन में 93,119 एकड़ की वृद्धि हुई है। इस प्रकार, समवेत प्रयासों से कुल हरित क्षेत्र में 1,96,118 एकड़ की बढ़ोतरी हुई है। यह कार्य वृहद जनसहयोग से ही संभव हो सका है।
उन्होंने कहा कि शहरी कचरे का एक बड़ा भाग हानिकारक प्लास्टिक का है। इसका उपयोग न करने के लिए जनजागरूकता बढ़ाने के प्रयास किये जायें। स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाएं। नदियों को पुनर्जीवन देने के हमारे प्रयासों के अच्छे परिणाम मिले हैं। गाजियाबाद की हिंडन नदी के लिए हमें विशेष प्रयास करना होगा। मृत प्राय नदियों के लिए कार्ययोजना तैयार करें। नदियों के कैचमेंट एरिया में पौधरोपण करें।
उन्होंने कहा कि कार्बन फाइनेंस के माध्यम से कृषकों की आय में वृद्धि हुई है। अब तक 25,140 किसान इससे लाभान्वित हुए हैं। 6 डॉलर प्रति कार्बन केड्रिट (प्रत्येक 5वें वर्ष) के अनुसार वर्ष 2024-2026 के मध्य कृषकों को लगभग 202 करोड़ की राशि प्राप्त होगी। इससे अधिकाधिक किसानों को जोड़ा जाए। विगत वर्षों में बनाए गए 'खाद्य वन, बाल वन, नगर वन, अमृत वन, युवा वन और शक्ति वन' जैसे नियोजित पौधरोपण के प्रयास इस वर्ष भी किए जाने चाहिए।
--आईएएनएस
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