iGrain India - नई दिल्ली । गत सप्ताह कालीमिर्च की कीमतों में 20/25 रुपए प्रति किलो की तेजी आने के पश्चात वर्तमान में कालीमिर्च का उठाव घट गया है। जिस कारण से गत दो दिनों के दौरान कालीमिर्च के भाव 5/10 रुपए प्रति किलो घट गए हैं।
सूत्रों का कहना है कि अभी कालीमिर्च में भाव सीमित दायरे में बने रहेंगे। क्योंकि इस वर्ष कालीमिर्च की आवक में विलम्ब हो गया है।
उल्लेखनीय है कि आमतौर पर दिसम्बर माह के अंत में कोचीन बाजार में नई कालीमिर्च की आवक शुरू हो जाती थी लेकिन इस वर्ष जनवरी अंत तक शुरू होने के समाचार है। कर्नाटक में आवक फरवरी में शुरू होगी।
उत्पादन
जानकार सूत्रों का कहना है कि अनुकूल मौसम के चलते इस वर्ष प्रमुख उत्पादक राज्य केरल एवं कर्नाटक में फसल की स्थिति अभी तक अच्छी है। जिस कारण से उत्पादन भी गत वर्ष की तुलना में अधिक रहेगा।
वर्ष 2022-23 के दौरान देश में कालीमिर्च का उत्पादन 64 हजार टन का हुआ था जबकि वर्ष 2021-22 में उत्पादन 70 हजार टन का रहा था। व्यापारियों का मानना है कि इस वर्ष उत्पादन बढ़कर 72/75 हजार टन होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
मंदा-तेजी
सूत्रों का मानना है कि नई फसल की आवक का दबाव बनने तक बाजार मजबूत रहने की संभावना है लेकिन नए मालों की आवक का दबाव बनने पर कीमतों में गिरावट आएगी।
वर्तमान में उत्पादक केन्द्रों की मंडियों पर कालीमिर्च के भाव 600/615 रुपए प्रति किलो चल रहे हैं जोकि आवक का दबाव बनने पर घटकर 550/560 रुपए आने के अनुमान लगाये जा रहे हैं। जोकि संभवत: मार्च-अप्रैल माह में बन सकते हैं। अधिक मंदा-तेजी विदेशी आयातित माल की स्थिति पर निर्भर करेगा।