अमरावती, 14 जनवरी (आईएएनएस)। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में रविवार को भोगी की सामान्य धूमधाम और उल्लास के साथ संक्रांति उत्सव शुरू हो गया।दोनों तेलुगु राज्यों के गांव और कस्बे फसल उत्सव के उपलक्ष्य में पारंपरिक उत्सवों से जीवंत हो उठे।
तीन दिवसीय उत्सव भोगी या पुराने कपड़े, चटाइयां और झाड़ू की छड़ें जैसी पुरानी और अवांछित वस्तुओं को जलाने के साथ शुरू हुआ, इस विश्वास के साथ कि नई चीजें उनके जीवन में प्रवेश करेंगी।
गांवों और कस्बों में लोगों ने दिन की शुरुआत भोगी और प्रार्थना के साथ की। महिलाएं अलाव के चारों ओर नाचती नजर आईं।
संक्रांति एक प्रमुख त्योहार है, जो समृद्ध तेलुगु संस्कृति को उजागर करता है।
दोनों राज्यों के विभिन्न हिस्सों में मंत्रियों, सांसदों, विधायकों और सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने भोगी में भाग लिया।
भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने विजयवाड़ा के पास स्वर्ण भारत ट्रस्ट, अटकुर में परिवार के सदस्यों के साथ भोगी मनाया।
उन्होंने कहा कि भोगी अतीत की बेकार चीजों को त्यागकर नई शुरुआत करने का प्रतीक है
वेंकैया नायडू ने लोगों को शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि यह त्योहार उनके लिए खुशियां और समृद्धि लाएगा।
तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने अमरावती में जन सेना पार्टी (जेएसपी) नेता और अभिनेता पवन कल्याण के साथ भोगी में भाग लिया।
विजयवाड़ा, गुंटूर, विशाखापत्तनम और दोनों राज्यों के अन्य कस्बों और गांवों के अलावा हैदराबाद और बाहरी इलाकों में आवासीय कॉलोनियों में उत्सव का माहौल रहा।
तेलंगाना और आंध्र प्रदेश दोनों के राज्य सड़क परिवहन निगमों ने हैदराबाद से लोगों को उनके गंतव्य तक ले जाने के लिए विशेष बसें संचालित कीं और रेलवे ने विशेष ट्रेनें चलाई।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने संक्रांति के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि हर घर से अंधकार दूर होकर नई चमक आएगी। सीएम ने कहा कि सूरज की नई यात्रा से एक नई शुरुआत होगी और कल्याण के साथ-साथ विकास की रोशनी पूरे राज्य में फैलेगी।
--आईएएनएस
पीके/एसकेपी