हैदराबाद, 28 जनवरी (आईएएनएस)। पिछले महीने हैदराबाद में हुई एक सड़क दुर्घटना में एक पूर्व विधायक के बेटे को बचाने के आरोप में एक पुलिस अधिकारी सहित दो और लोगों को हिरासत में लिया गया है।मामले के सिलसिले में बोधन पुलिस स्टेशन के सर्कल इंस्पेक्टर (स्टेशन हाउस ऑफिसर) प्रेम कुमार और पूर्व विधायक के सहयोगी अब्दुल वासे को पंजागुट्टा पुलिस ने हिरासत में लिया था। दोनों को हैदराबाद शिफ्ट कर दिया गया है।
इससे पहले, पूर्व बोधन विधायक शकील आमिर के बेटे राहील आमिर को बचाने और सड़क दुर्घटना में एक अन्य व्यक्ति को फंसाने के आरोप में पंजागुट्टा सर्कल इंस्पेक्टर बी. दुर्गा राव को निलंबित कर दिया गया था।
पुलिस ने राहील के लिए एक लुकआउट सर्कुलर भी जारी किया था, जो 24 दिसंबर को तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री के आधिकारिक निवास प्रजा भवन के सामने बैरिकेड्स को टक्कर मारने के कुछ घंटे बाद अपने पिता के साथ रहने के लिए मुंबई के रास्ते दुबई के लिए रवाना हुआ था।
पुलिस के मुताबिक, यह घटना 24 दिसंबर तड़के हुई।
बेगमपेट इलाके में प्रजा भवन के सामने तेज रफ्तार से जा रही एक कार बैरिकेड्स से टकरा गई। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ, लेकिन बैरिकेड और कार का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया। कार चला रहा व्यक्ति और उसके साथ यात्रा कर रहे तीन अन्य लोग कार छोड़कर भाग निकले।
बाद में एक व्यक्ति लावारिस कार पर दावा करने के लिए मौके पर आया। उनके खिलाफ लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज किया गया था। शख्स की पहचान इब्राहिम के तौर पर हुई।
हालांकि बाद की जांच में पता चला कि बीआरएस के पूर्व विधायक का बेटा राहील कार चला रहा था। कथित तौर पर पुलिस अधिकारियों ने राहील को भागने में मदद की।
हैदराबाद के पुलिस आयुक्त के. श्रीनिवास रेड्डी ने 26 दिसंबर को पंजागुट्टा पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर को कथित तौर पर राहील को बचाने की कोशिश करने के आरोप में निलंबित कर दिया।
पुलिस ने कहा कि राहील ने दुर्घटना के समय गाड़ी चला रहे होने के बावजूद एक असंबंधित व्यक्ति को ड्राइवर के रूप में गलत तरीके से पेश किया। राहील पर जांच को गुमराह करने का मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले, राहील कथित तौर पर एक एसयूवी में मौजूद था, जिसने सड़क पार कर रहे रेहड़ी-पटरी वालों को टक्कर मार दी, जिससे दो महीने के बच्चे की मौत हो गई और चार अन्य घायल हो गए थे।
यह घटना मार्च 2022 में पॉश जुबली हिल्स में हुई थी। आरोप थे कि विधायक का बेटा कार चला रहा था। हालांकि, उन्होंने इससे इनकार किया था और स्पष्ट किया था कि कार उनके चचेरे भाई की थी।
--आईएएनएस
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