ग्रेटर नोएडा, 30 जनवरी (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र में 11 जनवरी 2024 को सुखपाल की हत्या हुई थी। पुलिस ने अब सुखपाल हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। सुखपाल की हत्या इसलिए हुई थी, क्योंकि वह अपने साले और ससुर का सुरक्षाकवच बना हुआ था। हत्यारों के निशाने पर सुखपाल का साला रोहित और रामकिशन था, लेकिन, सुखपाल के होते हुए आरोपी रोहित और रामकिशन की हत्या नहीं कर पा रहे थे। जिसकी वजह से आरोपियों ने सुखपाल को निशाना बना दिया। ग्रेटर नोएडा के डीसीपी साद मियां खान ने बताया कि सुखपाल का साला रोहित सुनपुरा गांव का निवासी है। रोहित का दोस्त प्रवीण था। रोहित और प्रवीण एक-साथ मिलकर लूटपाट की वारदातों को अंजाम देते थे। रोहित और प्रवीण अप्रैल 2019 को नोएडा के याकूबपुर गांव में लूटपाट करने के लिए गए थे। वहां पर भीड़ ने प्रवीण को घेर लिया। इन दौरान भीड़ ने मारपीट की और प्रवीण की मौत हो गई। जबकि, रोहित अपने दोस्त को मौके पर छोड़कर फरार हो गया था। उस मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज भी किया।
ग्रेटर नोएडा के डीसीपी ने बताया कि प्रवीण के भाई निशु उर्फ करण सिंह और पिता रतन सिंह को ऐसा लगता था कि रोहित ने प्रवीण की हत्या करवाई थी। इस वजह से निशु और रतन सिंह के मन में रोहित के खिलाफ बैर पैदा हो गया। दोनों के बीच में रंजिश इतनी बढ़ गई कि प्रवीण के परिजनों ने रोहित के पिता रामकिशोर के ऊपर अप्रैल 2020 में गोली चला दी थी, लेकिन जब रामकिशोर बच गए तो उनके ऊपर 14 बार चाकू से वार किया।
उस मामले में भी सेंट्रल नोएडा के ईकोटेक-3 कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। रामकिशोर के ऊपर जानलेवा हमला करने के मामले में रतन सिंह को जेल भेज दिया गया। बाद में जब मामला बढ़ा तो फैसले की बात आई। रतन सिंह ने कहा था कि अगर फैसला करना है तो 5 लाख रुपए देने होंगे। इसी बीच सुखपाल एक्टिव हो गया।
सुखपाल ने कहा कि हम रतन सिंह को कोई पैसा नहीं देंगे। इसके अलावा मेरे होते हुए रोहित और मेरे ससुराल वालों को कोई नुकसान नहीं होगा। इसलिए फैसला लिया गया कि रोहित से पहले सुखपाल को रास्ते से हटाना होगा। रतन सिंह और उसके परिवार को सुखपाल से डर लगने लगा था।
साद मियां खान ने बताया कि प्रवीण के भाई निशु और पिता रतन सिंह ने डासना जेल में बंद आरोपी शादाब को जेल से बाहर निकलवाया। निशु और शादाब दोनों दोस्त थे। दोनों मिलकर लूटपाट की वारदात को अंजाम देते थे। हत्याकांड से पहले रतन सिंह, निशु और शादाब ने पूरी योजना बनाई। इस हत्याकांड में साजिद नामक एक आरोपी को भी शामिल किया गया। योजना के तहत सभी ने मिलकर रोहित के जीजा सुखपाल को गोलियों से भूनकर मार डाला। इस हत्याकांड को 11 जनवरी 2024 को दादरी थाना क्षेत्र में अंजाम दिया गया था।
पुलिस ने सुखपाल हत्याकांड में साजिद सैफी निवासी गांव अमराला थाना भोजपुर गाजियाबाद को गिरफ्तार किया, जो पिलखुआ में रहता है। इसके अलावा रतन सिंह निवासी सुनपुरा को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि साजिद के ऊपर 9 और रतन सिंह के ऊपर 3 मुकदमे दर्ज हैं। इस हत्यकांड में शामिल अन्य आरोपियों की भी तलाश की जा रही है।
--आईएएनएस
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