नई दिल्ली, 15 फरवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय कोयला मंत्रालय शुक्रवार को हैदराबाद में एक उद्योग संवाद की मेजबानी करेगा, इसका उद्देश्य देश भर में कोयला गैसीकरण परियोजनाओं के विकास में तेजी लाना है।
कोयला मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि यह आयोजन भारत में टिकाऊ ऊर्जा समाधान चलाने के लिए कोयले और लिग्नाइट संसाधनों की क्षमता का दोहन करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
भारत सरकार ने देश की भविष्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए कोयला/लिग्नाइट गैसीकरण परियोजनाओं को बढ़ावा देने के लिए 8,500 करोड़ रुपये की योजना को मंजूरी दी है। गैसीकरण परियोजनाओं की योजना तीन श्रेणियों के तहत बनाई गई है, इसमें सरकारी पीएसयू व निजी खिलाड़ियों के साथ-साथ छोटे पैमाने की परियोजनाएं भी शामिल हैं।
कोयला/लिग्नाइट गैसीकरण परियोजनाओं को बढ़ावा देना ऊर्जा स्रोतों में विविधता लाने, आयातित ईंधन पर निर्भरता कम करने और स्वच्छ प्रौद्योगिकियों के माध्यम से पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के सरकार के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
आधिकारिक बयान के अनुसार, कोयला मंत्रालय का लक्ष्य उद्योग हितधारकों के साथ रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से ऊर्जा क्षेत्र के भीतर नवाचार और सहयोग को बढ़ावा देकर गैसीकरण प्रौद्योगिकियों को अपनाने में तेजी लाना है।
यह आयोजन कोयला/लिग्नाइट गैसीकरण परियोजनाओं से जुड़े अवसरों और चुनौतियों पर विचार-विमर्श करने के लिए नीति निर्माताओं, उद्योग जगत के नेताओं और निवेशकों सहित प्रमुख हितधारकों को एक साथ लाएगा।
प्रतिभागियों से भारत में गैसीकरण पहल के विकास को बढ़ावा देने के लिए व्यावहारिक चर्चाओं में शामिल होने, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने और सहयोग के रास्ते तलाशने की उम्मीद की जाती है।
कोयला मंत्रालय के सचिव अमृत लाल मीना इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे, इसमें कोल इंडिया (NS:COAL) के अध्यक्ष पी.एम. प्रसाद भी शामिल होंगे।
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