नई दिल्ली, 21 मार्च (आईएएनएस)। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में शुक्रवार को छात्र संघ चुनाव होने हैं। चुनाव से ठीक पहले गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने आरोप लगाया कि चुनाव समिति द्वारा अभाविप के अध्यक्ष पद के प्रत्याशी उमेश चंद्र अजमीरा के साथ दुर्व्यवहार किया गया। छात्र संगठन का कहना है कि उमेश को भाषण देने से रोका गया। आरोप लगाया गया कि यह कृत्य पूरी तरह से पक्षपाती, असंवैधानिक एवं तानाशाही वाला है।
छात्र संगठन ने इस कृत्य को एक स्वस्थ छात्र संघ चुनाव के लिए घातक बताया। अभाविप ने चुनाव समिति पर अविश्वास जताते हुए निष्पक्ष चुनाव के लिए जेएनयूएसयू चुनाव समिति से बैलेट पेपर के छपने और प्रयोग करने की संख्या को सार्वजनिक करने की मांग की है।
दरअसल, गुरुवार की सुबह लगभग 5 बजे जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय में प्रेसिडेंशियल डिबेट के प्रश्न और उत्तर सत्र के दौरान अभाविप के प्रत्याशी उमेश चंद्र अजमीरा ने अपने भाषण के दौरान संदर्भ के तौर पर महात्मा गांधी के कथन 'एन आई फॉर एन आई मेक होल वर्ल्ड ब्लाइंड' का प्रयोग किया था।
अभाविप का कहना है कि इसे लेकर बिना किसी आधार, बिना किसी नियम के तहत जेएनयूएसयू चुनाव समिति ने वाम छात्र संगठनों के साथ मिलकर उमेश के साथ दुर्व्यवहार किया एवं भाषण देने से भी रोका।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जेएनयू इकाई के मंत्री विकास पटेल ने कहा कि देश के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान जेएनयू में चुनाव के लिए गठित की गई चुनाव समिति द्वारा प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान अभाविप की तरफ से अध्यक्ष पद के प्रत्याशी उमेश के साथ दुर्व्यवहार करना एवं भाषण देने से रोकना चुनाव समिति का स्पष्ट रुप से पक्षपाती एवं असंवैधानिक कदम है।
--आईएएनएस
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