साइबर मंडे डील: 60% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

खत्म नहीं हुआ है दिल्ली का बिजली संकट, बिजली संयंत्रों के पास 3 से 5 दिन का कोयला शेष

प्रकाशित 05/05/2022, 12:34 am
© Reuters खत्म नहीं हुआ है दिल्ली का बिजली संकट, बिजली संयंत्रों के पास 3 से 5 दिन का कोयला शेष

नई दिल्ली, 4 मई (आईएएनएस)। दिल्ली में बिजली संकट खत्म नहीं हुआ है। दिल्ली को बिजली सप्लाई करने वाले बिजली संयंत्रों में केवल 3 से लेकर अधिकतम 5 दिन का ही कोयला बचा है। राज्य सरकार के अनुसार कोयले की आपूर्ति अभी भी पूरी तरह बहाल नहीं हो सकी है और वहीं दिल्ली में बिजली की चरम मांग 6,000 मेगावाट से अधिक हो चुकी है। कोयले की स्थिति को लेकर कुछ सुधार हुआ है लेकिन अभी भी कोयला पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं है। मौजूदा स्थिति पर दिल्ली के ऊर्जा मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि पावर प्लांट के अंदर कम से कम 21 दिन का कोयला उपलब्ध होना चाहिए, लेकिन अभी भी किसी पावर प्लांट में केवल 3 तो कुछ पावर प्लांट में 5 दिन का ही कोयला उपलब्ध है। यानी स्थिति अभी भी पूरी तरह से ठीक नहीं हुई है, हां लेकिन पहले के मुकाबले अभी कोयला कुछ अधिक मात्रा में उपलब्ध है।

बीते सप्ताह दिल्ली को बिजली सप्लाई करने वाले पावर प्लांट्स में कोयले का यह बैकअप सिर्फ 1-2 दिन का रह गया था। राज्य सरकार ने स्वीकार किया है कि दिल्ली में स्थिति गंभीर है और कोयले की कमी का सबसे बड़ा कारण रेलवे के रैक का कम होना।

वहीं केंद्र की ओर से दिल्ली सरकार पर कोयले को लेकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया है। इसके जवाब में दिल्ली के बिजली मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि हमने जो कुछ भी डाटा दिए हैं वह केंद्र सरकार की वेबसाइट के आधार पर ही उपलब्ध कराए गए हैं। केंद्र सरकार से जो डाटा उपलब्ध हुए वहीं जानकारी दिल्ली सरकार द्वारा दी गई है तो ऐसे में भ्रम फैलाने की कोई बात ही नहीं उठती।

जैन ने बताया कि बिजली को स्टोर नहीं किया जा सकता है, बिजली रोजाना पावर प्लांट में बनाई जाती है। इसलिए बिजली के बैकअप के लिए इसे बनाने वाले ईंधन का बैकअप रखना जरूरी है। इस समय यह ईंधन कोयला है, जिसकी सप्लाई में देशभर में कमी आई हुई है। बिजली के पावर प्लांट इस तरह काम नहीं कर सकते हैं। किसी भी परिस्थिति में कम से कम 7 दिनों का कोयला होना ही चाहिए, ताकि पावर प्लांट अपनी पूरी क्षमता पर काम कर सकें। अभी दिल्ली में 6000 मेगावाट की पीक डिमांड है। इसकी जानकारी पॉवर के ऑनलाइन पोर्टल पर देख सकते हैं। लगभग 21 दिनों से ज्यादा का बैकअप हमेशा ही सभी पावर प्लांट्स में हुआ करता था।

बीते सप्ताह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विद्युत संकट के संबंध में कहा था, दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं। इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की जरूरत है। देश भर में बिजली की भारी समस्या हो रही है। अभी तक दिल्ली में हम लोग किसी तरह से मैनेज किए हुए हैं। पूरे भारत में स्थिति बेहद गंभीर है। इस समस्या से निपटने के लिए त्वरित ठोस कदम उठाने की जरूरत है।

दिल्ली सरकार के मुताबिक आम तौर पर पावर प्लांट में बिजली बनाने के लिए 21 दिनों से ज्यादा का कोयले का बैकअप होता है। लेकिन देश के कई प्लांट्स में काफी कम दिन का कोयला बचा है। दिल्ली में भी स्थिति गंभीर है। दिल्ली को बिजली मुहैया कराने वाले सभी पावर प्लांट में एक ही दिन का कोयला बचा है। वर्तमान में सप्लाई के हिसाब से हमारे पास केवल अगले दिन का कोयला बचा होता है।

सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोयले की सप्लाई करने की जिम्मेदारी केंद्र सरकार की है। केंद्र सरकार से अपील हैं कि देश भर में कोयले की निरंतर सप्लाई सुनिश्चित करें। साथ ही रेलवे के रैक बढ़ाए जाएं।

--आईएएनएस

जीसीबी/एएनएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित