सैन फ्रांसिस्को, 16 नवंबर (आईएएनएस)। यूट्यूब ने घोषणा की है कि शॉर्ट-टर्म वीडियो क्रिएटर्स को जल्द ही अपने शॉर्ट्स में कॉपीराइट संगीत के एक मिनट तक फीचर करने की अनुमति दी जाएगी।एनगैजेट की रिपोर्ट के अनुसार, वीडियो-स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने कहा कि इसके शॉर्ट-फॉर्म निर्माता 30 से 60 सेकंड के लाइसेंस वाले संगीत का उपयोग अधिकांश ट्रैक्स के लिए करने में सक्षम होंगे।
हालाँकि, कुछ गाने 15 सेकंड तक सीमित रहेंगे, जिसमें लाइसेंसिंग समझौते निर्धारित करेंगे कि कौन से ट्रैक किस विंडो में आते हैं।
यूट्यूब ऐप के ऑडियो पिकर में, निर्माता तुरंत देख सकते हैं कि प्रत्येक गीत कितना समय देता है।
रिपोर्ट के अनुसार, जैसा कि उपयोगकर्ता द्वारा बनाए गए वीडियो की लोकप्रियता पिछले एक दशक में बढ़ी है, आक्रामक डीएमसीए (डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट, 1998 का यूएस कॉपीराइट कानून) टेकडाउन नोटिस सभी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीमर्स के लिए सिरदर्द बन गए हैं।
रिकॉर्ड लेबल अक्सर अपने कॉपीराइट प्रवर्तन को स्वचालित करते हैं, जिसके परिणामस्वरूप अत्यधिक दावे होते हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि उदाहरण के लिए, क्रिएटर्स के वीडियो को ़फ्लैग कर दिया गया है, क्योंकि इसमें गुजरती हुई कार के स्टीरियो से कॉपीराइट ऑडियो के कुछ सेकंड शामिल हैं।
सॉन्ग-लिमिट बूस्ट टिकटॉक क्रिएटर्स (और इसलिए दर्शक और विज्ञापन डॉलर) को शॉर्ट्स पर स्विच करने के लिए यूट्यूब का यह नया प्रयास है।
सितंबर में, कंपनी ने एक विज्ञापन-राजस्व-साझाकरण कार्यक्रम की घोषणा की थी, जो योग्य क्रिएटर्स को विज्ञापन राजस्व का 45 प्रतिशत कटौती देगा, चाहे वे संगीत का उपयोग करें या नहीं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि टिकटॉक ने इस साल की शुरुआत में इसी तरह का शेयरिंग प्रोग्राम लॉन्च किया था, जो इसके पिछले स्टैटिक पूल ऑफ मनी ²ष्टिकोण की व्यापक आलोचना के जवाब में था।
--आईएएनएस
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