नई दिल्ली, 24 फरवरी (आईएएनएस)। जी20 के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों (एफएमसीबीजी) की दो दिवसीय बैठक के पहले सत्र में अंतरराष्ट्रीय वित्तीय ढांचे, स्थायी वित्त और बुनियादी ढांचे से जुड़े मुद्दों पर ध्यान दिया गया। यह बैठक शुक्रवार को बेंगलुरु में शुरू हुई।वित्त मंत्रालय ने ट्वीट्स की एक सीरीज में कहा, उद्घाटन सत्र का संचालन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने संयुक्त रूप से किया।
सीतारमण ने एसडीजी और गरीबी उन्मूलन पर ध्यान केंद्रित करते हुए 21वीं सदी की साझा वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने के लिए बहुपक्षीय विकास बैंकों को कैसे मजबूत किया जा सकता है, इस पर मंत्रियों और राज्यपालों से विचार मांगे।
वित्त मंत्री ने कई कमजोर देशों में बढ़ती ऋण दरों पर प्रकाश डाला और बहुपक्षीय समन्वय पर जी20 सदस्यों के विचार मांगे, जिसमें कहा गया कि वैश्विक ऋण भेद्यता का प्रबंधन विश्व अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण होगा।
सीतारमण ने नीतिगत पहलों पर जी20 एफएमसीबीजी के विचार भी आमंत्रित किए, जो एसडीजी के लिए वित्तपोषण को सक्षम करने और जलवायु वित्त के लिए समय पर और पर्याप्त संसाधन जुटाने के तरीकों में सहायक हो सकते हैं।
वित्त मंत्रालय ने ट्वीट किया, सीतारमण ने कल के वित्तपोषण वाले शहरों की भारत की जी20 प्राथमिकता के बारे में बात की और कल के समावेशी लचीले और टिकाऊ शहरों के वित्तपोषण के संबंध में घरेलू नीति के अनुभवों पर जी20 एफएमसीबीजी के विचारों का पता लगाने की मांग की।
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