नई दिल्ली, 27 फरवरी (आईएएनएस)। एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने सोमवार को कहा कि एयरबस और बोइंग से रिकॉर्ड 470 विमानों का ऑर्डर करीब 70 अरब डॉलर का होगा। सोमवार को एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए सीईओ ने यह भी कहा कि एयर इंडिया के साथ विस्तारा के एकीकरण की प्रक्रिया चल रही है और अब नियामक निकायों से मंजूरी का इंतजार है।
विल्सन ने बताया कि एयरलाइन एस ऑर्डर के लिए धन कई तरह से जुटाएगी जिसमें आंतरिक नकदी प्रवाह, शेयरधारक इक्विटी और सेल (NS:SAIL) और लीज शामिल है।
विल्सन ने कहा कि नए विमान इस साल के अंत से दशक के अंत तक बेड़े में प्रवेश करना शुरू कर देंगे, जिससे बेड़े के महत्वपूर्ण नेटवर्क और क्षमता विस्तार दोनों बदल जाएगा।
उन्होंने कहा कि एयर इंडिया में अपार क्षमता है और ग्रुप को एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय प्लेयर बनाने के प्रयास जारी हैं।
उन्होंने कहा कि एयर इंडिया और विस्तारा के विलय की प्रक्रिया पहले चरण में है और डीजीसीए की मंजूरी के बाद दूसरे चरण में प्रवेश कर जाएगी।
सीईओ ने कहा कि उस प्रक्रिया के तीन चरण हैं। जिसमें पहला कॉम्पिटिशन क्लीयरेंस, दूसरा डीजीसीए का रेग्युलेटरी एविएशन पर्सपेक्टिव और तीसरा दोनों कंपनियों का मर्जर है।
उन्होंने कहा, हम पहले चरण की मंजूरी लेने की प्रक्रिया में हैं।
--आईएएनएस
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