नई दिल्ली, 1 मार्च (आईएएनएस)। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को कहा कि सरकार, व्यवसायों और नागरिकों सहित समाज के सभी हितधारकों के सामूहिक प्रयास के बिना सतत विकास हासिल नहीं किया जा सकता।उद्योग निकाय सीआईआई द्वारा आयोजित भारत-यूरोप बिजनेस एंड सस्टेनेबिलिटी कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए गोयल ने कहा कि स्थिरता और समावेशी विकास सुनिश्चित करने और दुनिया को एक बेहतर और सुरक्षित स्थान बनाने के लिए भारत और यूरोपीय देशों के बीच साझेदारी महत्वपूर्ण थी।
मंत्री ने इस बात पर प्रकाश डाला कि यह पहचानना महत्वपूर्ण है कि विकसित देशों की तुलना में विकासशील देशों की विकास यात्रा में अलग-अलग लक्ष्य और समय-सीमाएं होंगी, इसलिए सभी देशों को एक-दूसरे की जरूरतों, लक्ष्यों और परिणामों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए।
वाणिज्य मंत्री ने कहा कि स्थिरता और समावेशी विकास भारत के केंद्रीय बजट 2023 के महत्वपूर्ण तत्व थे।
उन्होंने कहा, पानी तक पहुंच, डिजिटल और इंफ्रास्ट्रक्चर कनेक्टिविटी, तकनीक, स्वास्थ्य सेवा और शिक्षा सहित बुनियादी जरूरतों को हर किसी के लिए सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
गोयल ने आगे कहा कि भारत की विकास गाथा इसके महत्वाकांक्षी युवाओं द्वारा संचालित है, जो भारत के भविष्य के विकास के एक महत्वपूर्ण तत्व के रूप में स्थिरता को भी पहचानते हैं।
केंद्रीय मंत्री ने व्यापारिक नेताओं और वैश्विक राजनीतिक नेतृत्व से आग्रह किया कि वे हरित भविष्य की दिशा में सामूहिक प्रयासों को चलाने के लिए एक साथ आएं।
विदेश मामलों और सुरक्षा नीति के लिए यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधि और यूरोपीय संघ के उपाध्यक्ष जोसेप बोरेल ने कहा, भारत यूरोपीय संघ के लिए एक अनिवार्य और रणनीतिक साझेदार है।
उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि भारत ऊर्जा और प्रौद्योगिकी सहित कई क्षेत्रों में यूरोपीय संघ के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार है, विशेष रूप से हरित ऊर्जा और न्यायोचित ट्रांजिशन में भारत-यूरोपीय संघ ऊर्जा सहयोग बढ़ने की अधिक संभावना है।
नीदरलैंड के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री वोपके होकेस्ट्रा ने कहा, भारतीय और यूरोपीय अर्थव्यवस्थाएं व्यापार और नवाचार के माध्यम से जुड़ी हुई हैं और दोनों के बीच सहयोग को आगे बढ़ाया जाना चाहिए, क्योंकि दोनों एक साथ मिलकर दुनिया के लिए बेहतर भविष्य को आकार दे सकते हैं।
ब्रिटिश विदेश सचिव जेम्स क्लेवरली ने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता सही समय पर हुई है, जिससे भारत ब्रिटेन के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार बन गया है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यूके भारत की जी20 अध्यक्षता को अपना समर्थन देगा और वैश्विक व्यापार प्रणाली को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करेगा। चतुराई से आगे कहा कि भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते में दोनों अर्थव्यवस्थाओं में वास्तविक लाभ देने की क्षमता है।
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